सम्पूर्णता अभियान आकांक्षी विकासखण्ड बाजना में बेहतर कार्य कर सूचकांकों में प्रगति लाई जाए आईटीआई बाजना में नीति आयोग के सदस्य की उपस्थिति में बैठक सहकार्यशाला सम्पन्न****
रतलाम 04 जुलाई / भारत सरकार द्वारा सम्पूर्ण भारत के कुल 522 ब्लाक को आकांक्षी विकासखण्ड के अन्तर्गत चयनित कर सूचकांकों में सुधार लाने हेतु विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। आकांक्षी विकासखण्ड अन्तर्गत रतलाम जिले में बाजना विकासखण्ड को मुख्य रुप से 6 पैरामीटर, गर्भवती माता की समय पर देखभाल, गर्भवती माता को पोषण आहार, पूर्ण टीकाकरण, मधुमेह और उच्च रक्तचाप की जांच-उपचार, स्वसहायता समूह को रिवाल्विंग फण्ड की अदायगी, मृदा स्वास्थ्य परीक्षण कार्ड़ का वितरण के सूचकांकों में सुधार लाने हेतु तीन माह की अवधि निर्धारित कर कार्ययोजना बनाई गई।
कार्यक्रम में नीति आयोग के सदस्य श्री मोहन चंदेर, कलेक्टर श्री राजेश बाथम, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री श्रृंगार श्रीवास्तव, एसडीएम श्री मनीष जैन, सीएमएचओ डा. आनन्द चंदेलकर, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री रजनीश सिन्हा, जिला योजना एवं सांख्यिकी अधिकारी श्री बी.के. पाटीदार, उपसंचालक कृषि श्रीमती नीलम चौहान, डीपीएम श्री जे.पी.एस. चौहान, डा. वर्षा कुरील, सुश्री अंकिता पंड्या, डा. गौरव बोरीवाल एवं अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।
नीति आयोग के सदस्य श्री मोहन चंदेर ने प्रमुख 6 घटकों पर वर्तमान परिदृश्य अनुसार सूचकांकों की जानकारी ली एवं इसमें सुधार हेतु विभागीय अधिकारियों से आगामी सूक्ष्म कार्ययोजना प्रदान करने के लिए कहा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कलेक्टर श्री राजेश बाथम ने मैदानी कार्यकर्ताओं से दो तरफा संवाद किया और सभी 6 पैरामीटर के विषय में कार्यकर्ताओं को बताने पर उन्हें पुरस्कृत किया गया। कलेक्टर ने कहा कि सभी मैदानी कार्यकर्ता पूरे उत्साह और उमंग से आमजन को आवश्यक सेवाएं प्रदान कर 15 सितम्बर तक अपेक्षित सूचकांकों में शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करें और जिले के बाजना ब्लाक को सर्वश्रेष्ठ ब्लाक के रुप में स्थापित करें। बेहतर कार्य करने वालों को 15 अगस्त के अवसर पर पुरस्कृत किया जाएगा।
सीईओ जिला पंचायत श्री श्रृंगार श्रीवास्तव ने कहा कि धार जिले के तिरला ब्लाक को श्रेष्ठ स्थिति में लाने पर 1 करोड 50 लाख रुपए का पुरस्कार प्राप्त हुआ था। इसे प्रेरणा के रुप में लेते हुए सामुदायिक विकास कार्यक्रम की तर्ज पर सामुदायिक सहभागिता से सूचकांकों में प्रगति लाएं। कार्यक्रम के अवसर पर सीएमएचओ डा. आनन्द चंदेलकर, डीपीओ श्री रजनीश सिन्हा, उपसंचालक कृषि श्रीमती नीलम चौहान, एनआरएलएम डीपीएम श्री जे.पी.एस. चौहान ने भी विभागीय गतिविधियों को सम्पादित कर कार्यक्रम में प्रगति लाने की बात कही।
कार्यक्रम के दौरान श्रीमती मंजू चरपोटा ग्राम लुक्खीपाडा ने अपनी सफलता की कहानी सुनाते हुए बताया कि उन्होंने स्वसहायता समूह के माध्यम से सब्जी का कार्य प्रारम्भ किया था। वर्तमान में अच्छी कमाई होकर बैंक सखी का कार्य भी करने लगी हैं। श्रीमती पूनम झोडिया ग्राम चिकनी ने बताया कि उन्होंने लेपटाप खरीदकर ग्राम राजापुरा माताजी में आनलाईन दुकान ली है, वर्तमान में अच्छी आजीविका हो रही है। ग्राम रावटी की दीपिका मोरिया ने बताया कि स्वसहायता समूह के माध्यम से लेपटाप, प्रिंटर आदि का कारोबार कर अच्छी कमाई कर पा रहे हैं।
इस अवसर पर पर जय माता दी आजीविका समूह जाम्बुखादन एवं जय अम्बे आजीविका समूह हलकारा को 6-6 लाख रुपए की राशि स्वसहायता समूह अन्तर्गत प्रदान की गई। साथ ही भादरु पिता कलिया, वरसिंग पिता चोखा ग्राम गढीगमना, प्रमोद पिता हरिओम, संतोष पिता उमला, नारायण पिता मानसिंह ग्राम माण्डलिया, नाथु पिता भूतिया ग्राम पीपलीपाडा को मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बीपी और शुगर की जांच हेतु शिविर में कलेक्टर श्री राजेश बाथम द्वारा अपनी जांच और परीक्षण कराया गया। साथ ही विभागीय कर्मचारियों एवं आमजन का भी परीक्षण किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आकर्षक पोषण प्रदर्शनी आयोजित की गई जिसमें आमजन को भिन्न-भिन्न प्रकार के पोषण आहार प्राप्त करने एवं उचित पोषण आहार के बारे में परामर्श प्रदान किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने बाजना विकासखण्ड को आकांक्षी विकासखण्ड से बाहर लाने का संकल्प लिया। कलेक्टर सहित विभिन्न अधिकारियों द्वारा आईटीआई कालेज में पौधारोपण किया गया तथा महिला बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित जागरुकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री विमल जैन ने किया तथा आभार एसडीएम श्री मनीष जैन ने माना।
हजारों की संख्या में पौधारोपण करने वालों का सम्मान किया गया
जय जवान जय किसान पर्यावरण समिति गणेशगंज पिपलौदा में पौधारोपण कार्यक्रम सम्पन्न
रतलाम 04 जुलाई / जय जवान जय किसान र्प्यावरण समिति गणेशगंज पिपलौदा द्वारा विशेष पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान संयोजक श्री विवेकसिंह राठौर ने बताया कि वन पाल के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। अपने सेवाकाल में उन्होंने 4 लाख 87 हजार 973 पौधे लगाए हैं और सेवानिवृत्ति के बाद 50 हजार पौधारोपण कर चुके हैं। उनका पौधारोपण विशेषकर बांस के पौधों पर आधारित है। इससे मिट्टी का कटाव रुकता ही है, साथ ही बांस की खेती आर्थिक सम्बल भी प्रदान करती है। उन्होंने बताया कि गणेशगंज से धामेडी तक पौधारोपण किया गया है।
कलेक्टर श्री राजेश बाथम ने पौधारोपण कार्य को सामाजिक आन्दोलन के रुप में संचालित किए जाने की बात कही। एसपी. श्री राहुल लोढा ने एक पौधा अपनी माँ के नाम अभियान के आधार पर प्रत्येक व्यक्ति से कम से कम 10 पौधे लगाने का आह्नान किया। कलेक्टर श्री राजेश बाथम, एस.पी. श्री राहुल लोढा, जिला वनमण्डलाधिकारी श्री एन.के. दोहरे, श्री एम.एल. हरित, एसडीएम श्रीमती राधा महंत तथा जिले के अन्य विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों ने जिले में ऐतिहासिक पौधारोपण करने वाले नागरिकों को प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में श्री रत्नेश विजयवर्गीय, संकल्प बीज अभियान के तहत 20 हजार पौधारोपण, गणपत जाधव, कानवन से श्री प्रजापतिजी, श्री लाखनसिंह, श्री अवधेश प्रतापसिंह, श्री बंसीलालजी, श्री अशोक पाटीदार, श्री गोपाल राठौड, श्री लोकेन्द्र देवडा, कृषक वर्ग से श्री गणपत जाधव, आलोट के श्री संजय जैन, 30 हजार पौधारोपण के लिए श्री रतनसिंह डोडिया, नवराजसिंह शक्तावत 13 वर्षीय को पर्यावरण संबंधी जनजागरुकता हेतु, श्री ओमसिंह भाटी सडक के दोनों और पौधारोपण हेतु, ग्राम तीतरी के श्री जमनालाल पाटीदार, सैलाना में कार्य हेतु सीमा सिंह, श्री राजाराम पाटीदार को नदी का कटाव रोकने, धोलका से श्री बालमुकुन्द पाटीदार को 20 हजार पौधारोपण हेतु, कुशलगढ से श्री खुशालसिंह पाटीदार को 30 हजार पौधारोपण हेतु, बडायला माताजी से श्री किशोर पाटीदार, बोरखेडा से श्री राजेन्द्रसिंह, श्री मंगल पाटीदार, धराड से श्री ईश्वरलाल पाटीदार, मचून से श्री राजाराम पाटीदार, शेरपुर से श्री कैलाश राणा, श्री ओमप्रकाश शर्मा, श्री सत्यनारायण पाटीदार, आम्बा से श्री राजेन्द्रसिंह राठौर, बडनगर से श्री बाबूसिंह यादव, धामनोद से श्री चन्द्र बाबू, ग्राम नौलखा के श्री दिलीप जगदेव को मोतियों की खेती के लिए, सरस्वती शिशु मंदिर शेरपुर के श्री अमरेन्द्रसिंह चौहान को जागरुकता हेतु, बडौदा से श्री अजय पाटीदार, श्री भंवर पाटीदार, श्री लोकेन्द्रसिंह, श्री कमलाशंकर पाटीदार, कमलाखेडा से श्री मुकेश, ताल से श्री रामसिंह परिहार, गुजरपाडा से श्रीमती सावित्री देवी आदि का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा पौधारोपण किया गया। कलेक्टर तथा सभी ने मैदानी क्षेत्रों में जाकर पौधारोपण संबंधी कार्य की प्रगति का समक्ष में अवलोकन किया। इस दौरान पर्यावरण जागरुकता हेतु बाईक रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। कार्यक्रम में पिपलौदा तहसीलदार श्री देवेन्द्रसिंह दानगढ, जनपद सीईओ श्री बी.एस. नलवाया, विशेष सहयोग हेतु श्री संजय भट्ट उपस्थित थे। संचालन श्री राजेश धनोतिया ने किया तथा आभार श्री संजय भट्ट ने माना।
भगवान बिरसा मुण्डा स्वरोजगार योजना अन्तर्गत 27 हितग्राही लाभान्वित होंगे
रतलाम 04 जुलाई / जनजातीय कार्य विभाग द्वारा भगवान बिरसा मुण्डा स्वरोजगार योजना अन्तर्गत 27 हितग्राही लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। योजना के तहत हितग्राही को उद्योग इकाई के लिए 1 लाख रुपए से 50 लाख रुपए तक की परियोजनाएं तथा सेवा इकाई एवं खुदरा व्यवसाय के लिए 1 लाख से 25 लाख रुपए की परियोजनाएं सम्मिलित हैं।
सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग ने बताया कि योजनान्तर्गत पात्र हितग्राही की आयु 18 से 45 वर्ष, न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 8 वीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक तथा परिवार की वार्षिक आय 12 लाख रुपए से अधिक नहीं होना चाहिए। योजनान्तर्गत अनुसूचित जनजाति वर्ग के हितग्राहियों को बैंक द्वारा वितरित शेष ऋण पर प्रतिवर्ष 5 प्रतिशत अथवा वास्तविक (जो भी कम हो) की दर से ब्याज अनुदान अधिकतम 7 वर्षों तक (मोरेटोरियम अवधि सहित) नियमित रुप से ऋण भुगतान (निर्धारित समय एवं राशि) की शर्त पर निगम द्वारा त्रैमासिक दिया जाएगा। म.प्र. शासन द्वारा गारंटी फीस देय होगी।
योजना हेतु आवश्यक दस्तावेजों में जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, मतदाता परिचय पत्र, अंकसूची, समग्र आईडी क्रमांक, पेन कार्ड, लायसेंस वाहन के प्रकरणों में, स्वयं के दो फोटो, परियोजना प्रपत्र, अन्य कोई दस्तावेज जो योजना में आवश्यक हो। योजनान्तर्गत इच्छुक आवेदक आनलाईन पोर्टल https://samast.mponline.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं।
योजना में किराना दुकान, वस्त्र व्यवसाय रेडीमेड वस्त्र व्यवसाय, बर्तन दुकान, हार्डवेयर एवं पेंटस दुकान, प्लास्टिक सामान का व्यवसाय, भवन निर्माण सामग्री व्यवसाय, फर्नीचर, धातु, प्लास्टिक एवं लकडी व्यवसाय, स्टेशनरी दुकान, गल्ला व्यवसाय, रासायनिक एवं जैविक खाद विक्रय, बीज एवं कीटनाशक विकय व्यवसाय, कृषि उपकरण, आटोपार्टस, एवं मोटर पार्टस विक्रय, फल एवं सब्जी व्यवसाय, डेयरी व्यवसाय, मनिहारी व्यवसाय, शू स्टोर, आभूषण व्यवसाय, काँच के सामान विक्रय, चश्मा दुकान, दवाई दुकान, ल्यूब्रीकेटस विकय, आटोमोटिव एवं इंडस्ट्रियल, सायकल रिक्शा, सायकल दुकान, टायर, ट्यूब एवं स्पेयर पार्टस विक्रय, इलेक्ट्रोनिक्स दुकान एवं अन्य पारंपरिक व्यवसाय एवं पारम्परिक आदिवासी शिल्प व्यवसाय इत्यादि शामिल हैं।
सेवा गतिविधियों में फोटो कापी, फोटोग्राफी, ऑफसेट प्रिंटिग कार्य, आटो एवं मोटर सायकल रिपेयरिंग, इलेट्रिकल्स एवं एलेक्ट्रोनिक्स हाउस होल्ड रिपेयरिंग, भारी वाहन रिपेयरिंग, टायर रिट्रेरिंग एवं रिपेयरिंग, फर्नीचर रिमोल्डिंग, टेंट हाउस, केटरिंग, ढाबा, रेस्टोरेंट, होटर परिवाहन सेवा, माल ढुलाई, सेंटरिंग कार्य, पैथालाजी लैब, क्लीनिक, फीजिया थेरेपी सेंटर, जिम सेंटर, प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र, बुटिक, ब्यूटी पार्लर, सलून जेंटस, ड्रायक्लीनर्स सेवा, प्लम्र कार्य, हेंड पंप मैकेनिक, सीट कवर एवं रैग्जीन कार्य, कम्पयूटर जॉबवर्क सेंटर, मोबाईल रिपेयरिंग सेंटर, जूससेंटर, चाय / काफी दुकान, आइसक्रीम पार्लर, झूलाधर, बारातघर, सिविल इंजिनियर एवं आर्कटिटेक्ट कन्सल्टेंसी, लीगल एवं फाईनेन्शियल कंसल्टेंसी कार्य, फास्ट फूड कार्नर, सायकल मरम्मत, कृषि उपकरणों की मरम्मत, वाहनों की सर्विसिंग एवं डेंटिंग पेंटिंग, स्कीन प्रिंटिंग, फलेक्स प्रिंटिंग आदि। व्यवसायिक वाहन जैसे ट्रेक्टर ट्राली, बुलेरो, स्कारपियों, जेसीबी, डम्फर, ट्रक, हार्वेस्टर, लोडिंग मिनी वाहन आदि (व्यवसायिक पंजीयन अनिवार्य) शामिल हैं।
उद्योग गतिविधियों में मिनी राईस मिल, फलोर मिल, आयल मिल, दाल मिल, पोहा-मुरमुरा निर्माण, बेसल मिल, डेयरीउत्पादधी, मक्खन एवं पनीर सोया मिल्क, सोयाबडी, सोया पनीर, जेम जेली, आमरसएवं आमचूर निर्माण, बीडी उद्योग, दोना पत्तल निर्माण, बांस बेंत फर्नीचर उद्योग, पीतल शिल्प एवं लोह शिल्प उद्योग, काष्ट शिल्प उद्योग, चटाई-टोकरी उद्योग, अचार पापड निर्माण, ब्रेड, बिस्कुट, टोस्ट निर्माण, सेवाईयां, नमकीन निर्माण, मेकेनाइज्ड रसगुल्ला, मीठा, सोनपपडी निर्माण, पैकेज्ड पेयजल, टमाटर केचप, फार्मा उद्योग इकाईयां एलोपैथिक, आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक दवा निर्माण, बायोफर्टिलाईजर निर्माण लिक्विड एवं पाउडर निर्माण, हर्बल कास्मेटिक्स, तेल, कीम पावडरनिर्माण, मसाला निर्माण एवं पैकिंग, हौजरी उद्योग, रेडीमेड वस्त्र निर्माण, सिलाई जॉब कार्य, सभी प्रकार के फर्नीचर, लकडी, धातु एवं प्लास्टिक के ऑफिस फर्नीचर, हास्पिटल फर्नीचर, धरेलू फर्नीचर सोफा, डायनिंग, ड्रेसिंग, दीवान, पलंग आदि ।
बैग्स, थैले निर्माण, कैरी बेग्स, स्कूल बैग्स, इलेक्ट्रक फैन, टेबिल फैन, सीलिंग फेन, कूलर अलमारी, रैक्स निर्माण, स्टेशनरी निर्माण, अभ्यास पुस्तिका, आफसेट प्रिंटिंग कार्य, ईट निर्माण, मिनरल प्रोसेसिंग, स्टोन कटिंग एवं पालिसंग, स्टोन कशर, फैसिंग पोल्स, बिरंजी निर्माण, इंजीनियनिंग वर्कशाप, स्टील फैब्रीकेशन, ग्रिल, चौखट, दरवाजा, रैलिंग निर्माण, बेल्डिंग जॉबवर्क, शटर निर्माण, रंग पेंट वार्निश निर्माण, सभी प्रकार के टाईल्स, सभी प्रकार के प्लास्टिक सामान बैग्स निर्माण, ग्लास के खिलौने निर्माण, कृत्रिम आभूषण निर्माण आदि शामिल हैं। आवेदक अपना आवेदन किसी भी कियोस्क सेंटर से ऑनलाईन कर जिला कार्यालय कलेक्टर, जनजातीय कार्य विभाग रतलाम उत्कृष्ट स्कूल के सामने मे भी अन्य जानकारी हेतु संपर्क कर सकते हैं।
टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना अन्तर्गत स्वरोजगार योजना
रतलाम 04 जुलाई / जनजातीय कार्य विभाग द्वारा टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना अन्तर्गत 268 हितग्राहियों को लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। योजना के तहत सभी प्रकार के स्वरोजगार हेतु 10 हजार से 1 लाख रुपए तक की परियोजनाएं संचालित की जाएंगी।
सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग ने बताया कि योजनान्तर्गत पात्र हितग्राही की आयु 18 से 55 वर्ष होना आवश्यक है तथा हितग्राही आयकर दाता न हो। योजनान्तर्गत अनुसूचित जनजाति वर्ग के हितग्राहियों को बैंक द्वारा वितरित शेष ऋण पर प्रतिवर्ष 7 प्रतिशत अथवा वास्तविक (जो भी कम हो) की दर से ब्याज अनुदान अधिकतम 5 वर्षों तक (मोरेटोरियम अवधि सहित) नियमित रुप से ऋण भुगतान (निर्धारित समय एवं राशि) की शर्त पर निगम द्वारा त्रैमासिक दिया जाएगा। म.प्र. शासन द्वारा गारंटी फीस देय होगी।
योजना हेतु आवश्यक दस्तावेजों में जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, मतदाता परिचय पत्र, अंकसूची, समग्र आईडी क्रमांक, पेन कार्ड, लायसेंस वाहन के प्रकरणों में, स्वयं के दो फोटो, परियोजना प्रपत्र, अन्य कोई दस्तावेज जो योजना में आवश्यक हो। योजनान्तर्गत इच्छुक आवेदक आनलाईन पोर्टल https://samast.mponline.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं।
योजना में किराना दुकान, वस्त्र व्यवसाय रेडीमेड वस्त्र व्यवसाय, बर्तन दुकान, हार्डवेयर एवं पेंटस दुकान, प्लास्टिक सामान का व्यवसाय, भवन निर्माण सामग्री व्यवसाय, फर्नीचर, धातु, प्लास्टिक एवं लकडी व्यवसाय, स्टेशनरी दुकान, गल्ला व्यवसाय