झाबुआ- जिला मुख्यालय पर पूरक परीक्षा कक्षा 10वीं व 12वीं का आयोजन दो शिफ्ट में विभिन्न शासकीय व निजी स्कूलों पर भी किया जा रहा है वहीं जिला प्रशासन का निर्देश भी है कि इन पूरक परीक्षा केंद्रों पर कोविड-19 के नियमों का सख्ती से पालन किया जाए । लेकिन जिला मुख्यालय पर कई परीक्षा केंद्रों पर यह देखने में आया कि इन नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है जानकारी अनुसार प्रथम 2 दिन तो पूरक परीक्षा केंद्रों पर विद्यार्थियों के हाथों को ना तो सेनेटाईज किया गया और ना ही विद्यार्थियों की स्क्रीनिंग की जा रही थी । कई बच्चों ने तो मासक तक भी नहीं लगाए थे । गौर करने वाली बात यह भी थी कि कुछ बच्चों को सर्दी खांसी की समस्या भी देखने को मिली । लेकिन तीसरे दिन कुछ केंद्रों पर स्क्रीनिंग व सैनिटाइजर की व्यवस्था देखने को मिली । इसके अलावा कई पूरक परीक्षा केंद्रों पर करीब 300 के आसपास विद्यार्थियों ने परीक्षा दी । लेकिन अब भी एक सबसे बड़ी चिंताजनक बात यह है कि पूरक परीक्षा केंद्रों पर शासकीय नियम अनुसार कक्षाओं को भी सैनिटाइज किया जाना चाहिए था । लगभग सभी स्कूलों में दो शिफ्ट में पूरक परीक्षा का आयोजन हो रहा है तो प्रथम शिफ्ट समाप्त होने के बाद नियम अनुसार कक्षाओं को सैनिटाइज किया जाना चाहिए , उसके बाद दूसरी शिफ्ट प्रारंभ की जाना चाहिए । लेकिन लगभग सभी परीक्षा केंद्रों पर इस तरह कक्षाओं का किसी भी तरह से कोई सैनिटाइजेशन नहीं हो रहा है जिला प्रशासन और केंद्राध्यक्ष की गैर जिम्मेदार कार्यप्रणाली के कारण कहीं विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े ।.विशेषकर सभी परीक्षा केंद्रों पर केंद्राध्यक्ष का यह दायित्व है कि इस और ध्यान देकर शिफ्ट समाप्त होने पर कक्षाओं को सैनिटाइज अवश्य कराएं । कहीं केंद्राध्यक्ष की लापरवाही और जिला प्रशासन की अनदेखी से विद्यार्थियों को संक्रमण से खतरा तो नहीं…..। प्रश्न यह है कि जब जिला प्रशासन को पूरक परीक्षाओं की जानकारी थी तो इन केंद्रों को सैनिटाइजिंग की व्यवस्था क्यों नहीं की….. कोविड-19 महामारी को देखते हुए विद्यार्थियों और शिक्षकों की सुरक्षा व बचाव हेतु इन केंद्रों को सेनीटाईज किया जाना चाहिए । कया शासन प्रशासन इस ओर ध्यान देकर इन पूरक परीक्षा केंद्रों को सेनेटाइज करने की व्यवस्था करेगा या फिर यूं ही यह विद्यार्थी संक्रमण के साए में परीक्षा देते रहेंगे ।