झाबुआ

प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी व साली ने दिया घटना को अंजाम”

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पुलिस ने किया…।
“24 घंटे के अंदर ही अंधे कत्ल का पर्दाफाश,

झाबुआ – पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता के नेतृत्व में व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डावर के मार्गदर्शन में पिटोल पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही एक अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने में सफलता प्राप्त की है उपरोक्त गुत्थी सुलझाने में पिटोल चौकी प्रभारी व उनकी टीम का सराहनीय सहयोग रहा ।

पुलिस कंट्रोल रुम पर आयोजित प्रेसवार्ता मे जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने बताया कि दिनांक 29.08.2020 के 7:30 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिटोल से सूचना मिली कि सोमसिंह पिता छगन को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया है। सूचना पर चौकी पिटोल में मर्ग क्रमांक 15/2020 धारा 174 सीआरपीसी कायम कर जांच में लिया गया।
घटनास्थल का निरीक्षण एवं शव परीक्षण, पंचनामा के दौरान चौकी प्रभारी पिटोल एवं एफएसएल अधिकारी श्री आर.एस. मुजाल्दे एवं फींगर प्रिंट अधिकारी द्वारा बारिकी से निरीक्षण किया गया, जिससे संपूर्ण घटना संदिग्ध प्रतित होना पाया गया। मृतक की बाई आख, बाई तरफ की नाक एवं ठुड्डी तथा गले पर चोट/खरोच के निशान तथा गला दबाने जेसे साक्ष्य मिलने पर मृतक की पीएम रिपोर्ट प्राप्त की गई। पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर द्वारा मृतक की मृत्यु गला दबाकर मारने से मृत्यु होना लेख किया गया। जिस पर थाना कोतवाली में अपराध क्रं. 690/2020 धारा 302,201,120बी, 34 भादवि का पंजीबद्ध किया गया।
घटना का खुलासा :- मृतक सोमसिंह की पत्नी कस्सुबाई से जब घटना के बारे में पूछा गया तो उसके द्वारा बताया कि मृतक रात में पेट दर्द होने पर शौच के लिये बाहर गया था और आंगन में आते समय गिर गया। जिससे उसकी मृत्यु हो गई। संपूर्ण घटना पर संदेह होने के कारण सख्ती से पूछताछ करने पर कस्सूबाई द्वारा संपूर्ण घटनाक्रम का खुलासा कर दिया। कस्सूबाई द्वारा बताया गया कि उसका पति अधिकतर गुजरात में मजदूरी करने जाता था तथा वह अपने घर में अकेली रहती थी। मृतक सोमसिंह गुजरात से अपनी पत्नी कस्सूबाई को लक्ष्मण पिता झितरा उम्र 32 वर्ष निवासी बावड़ी बड़ी के खाते में पैसा डालकर लक्ष्मण को उसके घर देने के लिये भेजता था। लक्ष्मण द्वारा उक्त पैसा खाते से निकालकर कस्सूबाई को देता था, इसी दौरान कस्सूबाई का संपर्क लक्ष्मण से हो गया। दोनों के बीच लगभग 2 साल से बातचीत थी। लॉकडाउन में मृतक सोमसिंह गुजरात से वापस अपने गांव आ गया था। इसी दौरान मृतक सोमसिंह ने अपनी पत्नी कस्सूबाई को लक्ष्मण के साथ बात करते देख लिया था और समझाने पर भी मृतक की पत्नी नहीं मानी। इसी बात पर दोनों के बीच वाद-विवाद झगड़ा बढ़ने लगा। इस पर कस्सूबाई, लक्ष्मण से बोली कि या तो सोमसिंह को रास्ते से हटा दो या मैं मर जाऊंगी। तब लक्ष्मण व कस्सूबाई द्वारा सोमसिंह को मारने की योजना बनाई। योजना में कस्सूबाई ने अपनी सगी बहन दीतुबाई को भी शामिल किया और सारी घटना बताई। इस पर दीतुबाई द्वारा अपने देवर दिनेश को और उसके दोस्त रसूल को षड्यंत्र में शामिल किया और दिनेश व रसूल को लक्ष्मण द्वारा मारने पर 50,000/-रू. सुपारी देने का कहकर उनको अपने साथ दिनांक 28.08.2020 को पिटोल तक लेकर आयी। पिटोल से आरोपी लक्ष्मण रात्री में दीतुबाई, दिनेश व रसूल को अपने साथ लेकर बावड़ी बड़ी मृतक के घर ले गया।
पुर्व नियोजित षड़यत्र के अनुसार कस्सूबाई द्वारा रात में दरवाजा खोलकर सभी को अंदर बुलाया और मृतक सोमसिंह को सोता देख सभी ने मिलकर मृतक सोमसिंह को पकड़ लिया तथा गला दबाकर मार डाला। घटना के बाद सभी घटना स्थल से फरार होकर अपने-अपने घर चले गए।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम :-
1- कस्सूबाई पति सोमसिंह उम्र 33 वर्ष निवासी बावड़ी बड़ी
2- लक्ष्मण पिता झितरा बबेरियों उम्र 32 वर्ष निवासी बावड़ी बड़ी
3- दीतुबाई पति स्व. तड़िया भाभोर उम्र 45 वर्ष निवासी भम्बोरी जिला दाहोद
4- दिनेश पिता नाना भाभोर उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम भम्बोरी थाना कतवारा जिला दाहोद
5- रसूल पिता खुनजी निनामा उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम मंडाव थाना दाहोद ग्रामीण जिला दाहोद
सराहनीय योगदान-
संपूर्ण घटनाक्रम का खुलासा करने में चौकी प्रभारी उनि हिरूसिंह रावत, सउनि चंदरलाल सोलंकी, प्रआर. 542 ओमप्रकाश, प्रआर. 47 दिनेश, आर. 284 अशरफ, आर. 518 अनिल, आर. 556 अवनिश, आर. 658 सुरेश, आर. 675 अरविंद, आर. 351 अंतिम का सराहनीय योगदान रहा। उक्त टीम को पुलिस अधीक्षक झाबुआ द्वारा पुरूस्कृत करने की घोषणा की।

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