झाबुआ। 5 सितंबर शिक्षक दिवस के पावन अवसर पर राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग एवं न्यू आदर्श श्रमजीवी पत्रकार संघ (राष्ट्रीय) द्वारा गुरुजी का सम्मान का आयोजन रखा गया। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) केे प्रकोप को देखतेे हुए कोई बड़ा आयोजन नहीं किया।
जिलेे की पेटलावद तहसील के ग्राम झकनावदा में लंबे समय से एक शिक्षक के रूप में सेवा प्रदान कर रहे संकुल प्रभारी रमेशकुमार चैरसिया का राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के प्रतिनिधि प्रदेश अध्यक्ष एवं न्यू आदर्श श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेश सह-सचिव मनीष कुमट (जैन) तथा संभागीय सचिव गोपाल विश्वकर्मा, शुभम कोटड़िया (जैन) आदि ने षिक्षाविद् श्री चैरसिया के निवास पर पहुंचकर उनका शाल एवं उपहार भेंट कर सम्मान किया तथा उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया।
षिक्षक कॅरियर और भविष्य का करते है निर्माण
इस अवसर पर श्री कुमट ने कहा कि हमारे जीवन में शिक्षक द्वारा दी गई सीख, उपदेष एवं शिक्षा का बड़ा ही महत्व होता है। बाल्यकाल में विद्यार्थी गुरूजनांे द्वारा दिए गए मार्गदर्षन अनुसार ही अपना कॅरियर तय करते और इससेे अच्छे भविष्य का निर्माण होता है। उन्होंने कह कि मैं स्वयं भी श्री चैरसिया सेे शिक्षा प्राप्त कर आज जिस मुकाम पर हूं वह आपके आशीर्वाद एवं मार्गदर्षन का प्रतिफल है। हमारे प्रथम गुरु माता- पिता एवं द्वितीय गुरु शिक्षक हैै। गुरू गुणों की खान होते हैै, इसलिए सभी को गुरुजनों का आदर एवं सम्मान करना चाहिए।।