झाबुआ – कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक अंतर्गत प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी विकासखंड पेटलावद द्वारा , जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में योजनाओं व कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान संतोषजनक जवाब ना देने के फलस्वरुप, जिला प्रशासन द्वारा आयुक्त इंदौर संभाग को पत्र के माध्यम से दिए गए प्रतिवेदन के उत्तर में , आयुक्त इंदौर संभाग द्वारा आदेश पारित करते हुए , प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी विकासखंड पेटलावद के कार्यों की समीक्षा हेतु , चार सदस्यीय जांच दल गठित किया गया है । जांच दल को 5 मार्च तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करना है ।
जानकारी अनुसार 21 फरवरी शाम 4:00 बजे कलेक्टर कार्यालय के सुभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक का आयोजन किया गया था । जिसमें स्वास्थ्य विभाग में संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा की जा रही थी । इसी दौरान विकासखंड पेटलावद अंतर्गत शेष आयुष्मान कार्ड बनाए जाने की संख्या में भिन्नता होने से डॉ सुरेश कटारा , प्रभारी ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर , विकासखंड पेटलावद जिला झाबुआ से इस बारे में जानकारी या चर्चा करने पर डॉ कटारा द्वारा संतोषजनक उत्तर न देते हुए बैठक में अभद्रता की गई, जिससे बैठक में व्यवधान उत्पन्न हुआ । डा कटारा द्वारा बैठक में अभद्रता, अशोभनीय व शासकीय सेवक से अपेक्षित न होकर अमर्यादित था । डा कटारा की इसी कार्य प्रणाली को लेकर जिला प्रशासन द्वारा 21 फरवरी को पत्र क्रमांक/1341/स्थापना / 2025 के माध्यम से कार्यालय आयुक्त, इंदौर संभाग को अवगत कराया गया था । पत्र के प्रतिवेदन के उत्तर में कार्यालय आयुक्त, इंदौर संभाग द्वारा 24 फरवरी को पत्र क्रमांक /504 / 6- वि- स्थापना / 2025 के माध्यम से एक आदेश पारित किया गया, जिसमें डॉ सुरेश कटारा द्वारा बैठक के दौरान की गई अभद्रता, कार्य प्रणाली एवं कार्यों की विस्तृत जांच हेतु , चार सदस्यीय दल का गठन किया गया । इस दल में 1. हरिशंकर विश्वकर्मा, डिप्टी कलेक्टर झाबुआ । 2. डॉ पूर्णिमा गडरिया, संयुक्त संचालक ,कार्यालय क्षेत्रीय संचालक ,स्वास्थ्य सेवाएं इंदौर । 3. डा भारत सिंह बघेल , मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ,जिला झाबुआ । 4 . डॉक्टर सोनिया लाल , उप संचालक स्वास्थ्य, क्षेत्रीय संचालक ,स्वास्थ्य सेवाएं इंदौर संभाग इंदौर । इस जांच दल को 27 फरवरी से 4 मार्च तक जांच कर , 5 मार्च को जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करना है ।