झाबुआ – रामा ब्लाक के बीआरसी कार्यालय का कोई शख्स अज्जू अपने रिश्तेदार की किसी फर्म के द्वारा सामग्री सप्लाय भी करता है । यह सामग्री विभिन्न शासकीय स्कूलों के अंतर्गत की जाती है । इन सभी स्कूलों में स्टेशनरी सामग्री के अलावा रंगाई पुताई अंतर्गत आने वाली राशि के लिए, सामग्री और बिल भी इस शख्स अज्जू के रिश्तेदार की दुकान से आते हैं । साथ ही विभिन्न स्कूलों में रीपेरीग अंतर्गत लगने वाली सामग्री और बिल भी इस शख्स के रिश्तेदार की दुकान से आते हैं । सूत्रों का कहना है इस तरह यह शख्स विभिन्न संकुल केंद्र के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों में सप्लाई कर लाखों करोड़ों के बारे न्यारे कर रहा है यदि संपत्ति को लेकर बात की जाए , तो सूत्रों का कहना है कि इस शख्स का झाबुआ शहर की भंडारी पंप चौराहा के आगे की ओर एक प्लाट खरीद रखा है जिस पर दो मंजिला मकान बना हुआ है इस प्लाट को इस शख्स ने अपने किसी दोस्त की पत्नी या माता के नाम से खरीदा है जिसकी कीमत लगभग 30 लाख रुपए से अधिक है तथा उसे पर दो मंजिल निर्माण कार्य भी हुआ ,तो करीब इसकी कीमत 60 लाख रुपए से अधिक की है । सूत्रों का कहना है कि रामा ब्लॉक के इस शख्स अज्जू का झाबुआ के किसी शासकीय कर्मचारी पप्पू के साथ काफी याराना है । जानकारों का कहना है कि अज्जू अपनी काली कमाई का हिस्सा अपने मित्र या रिश्तेदारों के नाम से संपत्ति खरीद कर , सफेद करने में लगा हुआ है । यदि सूत्रों की बात पर विश्वास किया जाए, तो यदि अज्जू ने यह संपत्ति अपने मित्र पप्पू की पत्नी या माता जी के नाम से खरीदी है और भविष्य में यदि इसकी जांच की जाती है तो यह संपत्ति पप्पू के रिश्तेदार के नाम से जांच होगी , तो पप्पू के परिवार को लेकर होगी और उसमें भी यदि आय से अधिक संपत्ति का मामला होता है तो इसका जवाब पप्पू को देना होगा ना कि अज्जू को । पप्पू एक और जहां बड़ी सरलता से मित्रता निभा रहा है वही अज्जू , अपने मित्र पप्पू का कंधे उपयोग कर, काली कमाई को सफेद करने में लगा हुआ है । इसके अलावा भी अज्जू और उसके परिवार जनों की संपत्ति को लेकर कोई जांच होती है तो एक बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है । जिले में यह जनचर्चा का विषय बनता जा रहा है कि आखिर क्यों रामा ब्लॉक के बीआरसी कार्यालय का अज्जू अपने मित्र पप्पू को आय से अधिक संपत्ति के मामले में क्यों उलझाना चाहता है ।