झाबुआ – । जिला प्रशासन झाबुआ द्वारा पुलिस प्रशासन एवं होमगार्ड के समन्वय से आगामी भगोरिया के दौरान आपदा प्रबन्धन हेतु कार्यपालिक मजिस्ट्रेट एवं नगर/ग्राम सुरक्षा समितियों का उन्मुखीकरण एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विभिन्न आपदा जैसे भीड़ नियन्त्रण, भगदड आगजनी की परिस्थिति में कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, पुलिस एवं नगर व ग्राम सुरक्षा समितियों की भूमिका के विषय में विभिन्न विषयो पर विशेषज्ञो द्वारा परिचर्चा की गयी। कार्यशाला का शुभारम्भ कलेक्टर नेहा मीना एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
कार्यक्रम में कलेक्टर नेहा मीना ने अपने उद्बोधन में कहा कि आपदा प्रबंधन की वर्कशॉप का आयोजन भगोरिया की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य है कि नगर/ग्राम सुरक्षा समितियाँ आपदा प्रबन्धन की विधि को आसानी से समझ सके, इसलिए समस्त विशेषज्ञ आसान भाषा में उन्मुखीकरण करे एवं प्रक्रिया को आपसी संवाद कर बताये। युवा वर्ग भी बिना शर्माऐं प्रक्रिया को समझे, प्रश्न पूछे और स्वयं सीख कर समाज की जिम्मेदारी लेते हुए भी अन्य को भी सीखाएँ। उन्होंने डिस्ट्रीक्ट कमाण्टेण्ड शशिधर पिल्लई को इस प्रकार जागरूकता प्रसारित करने एवं एसडीईआरएफ की टीम द्वारा सदैव तत्पर रहने हेतु साधुवाद दिया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि भगोरिया अंचल का महत्वपूर्ण उत्सव है जिसमें सबसे बड़ी चुनौती हजारो की संख्या में पहुंचे लोगो का भीड़ प्रबन्धन किया जाना आवश्यक है। साथ ही समस्त ड्युटी देने वालों से आग्रह है कि शान्तिपूर्वक, भाषा पर संयतमता से सद्भावनापूर्वक कार्य करें। सीमित संसाधनों में भी ग्राम/नगर सुरक्षा समिति का सहयोग लेकर कार्य करें। डिस्ट्रीक्ट कमाण्टेण्ड शशिधर पिल्लई ने कहा कि आपदा प्रबंधन की जागरूकता एवं उचित प्रक्रिया अपनाए जाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमें डिमोन्सट्रेशन के माध्यम से आपदा के दौरान किस प्रकार से कार्य किया जाता है भी समझाने एवं विषय विशेषज्ञो द्वारा परिचर्चा का लाभ उठाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
आपदा प्रबन्धन पत्रिका का विमोचन कलेक्टर नेहा मीना एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा निर्मित आपदा प्रबन्धन पत्रिका का विमोचन किया गया । जिसमें आसान एवं चित्रात्मक रूप से भगदड, अग्निशामक यंत्र का उपयोग, सीपीआर एवं आकाशीय बिजली से सतर्कता को समझाया गया।
सीपीआर डिमोन्सट्रेशन एवं जैकेट वितरण कार्यक्रम में डॉ. अरविन्द दातला द्वारा डिमोन्सट्रेशन कर उपस्थितजनों को सीपीआर की उचित प्रक्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया और बताया कि किसी व्यक्ति को गोल्डन ऑवर में सीपीआर देने से मरीज की जान बच पाने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। डिमोन्सट्रेशन के उपरान्त अधिकारी वर्ग पुलिस, नगर/गाम सुरक्षा समितियों के सदस्य द्वारा स्वयं सीपीआर प्रेक्टिकल कर सीखा गया। कार्यक्रम में नगर एवं ग्राम सुरक्षा समिति की पहचान सुनिश्चित करने हेतु जैकेट प्रदान की गयी। इस दौरान डिप्टी कलेक्टर श्री एच एस विश्वकर्मा, एसडीओपी श्रीमती रूपरेखा यादव, प्रशासन एवं पुलिस का अमला, नगर एवं ग्राम सुरक्षा समिति के सदस्य उपस्थित रहे।