झाबुआ

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर तेरापंथ महिला मंडल द्वारा महिलाओं का सम्मान किया गया

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झाबुआ – दुनिया भर में 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है और इसी कड़ी में झाबुआ तेरापंथ महिला मंडल द्वारा भी शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस साध्वी पंकज श्री जी आदि ठाणा-3  के पावन सानिध्य में शहर के 52 जिनालय मंदिर में कार्यक्रम का आयोजन किया ।‌ कार्यक्रम अंतर्गत मुख्य अतिथियों व साध्वी वृंद द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के वर्चस्व को वर्णन किया गया ‌। साथ‌‌ ही तेरापंथ महिला मंडल द्वारा विभिन्न महिलाओं का सम्मान किया गया ।

8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर तेरापंथ महिला मंडल द्वारा सुबह 10 बजे बावन जिनालय मंदिर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम का आयोजन साध्वी पंकज श्री जी, साध्वी शारदा प्रभा जी व  साध्वी श्री शालिनी प्रभा जी के पावन सानिध्य में आयोजित हुआ । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जिला प्रशासन में डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ अवनधती प्रधान व सहायक संचालक जनसंपर्क जिनेन्द्रीय सगोरिया उपस्थित थी । सर्वप्रथम तेरापंथ महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण के माध्यम से कार्यक्रम की शुरुआत की । तत्पश्चात तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष पुखराज चौधरी द्वारा साध्वीवृंद के चरणों में कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए , मुख्य अतिथियों व कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं का शब्दों के माध्यम से स्वागत व अभिवादन किया । साध्वी शारदा प्रभा जी ने उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हर व्यक्ति सुबह उठकर लक्ष्मी जी का दर्शन करना चाहता है जबकि घर की महिला ही लक्ष्मी का रूप है संसार में सात रत्न माने जाते हैं  । उनमें से घर की महिला भी एक रत्न है भारत के इतिहास में स्त्री और पुरुष समान रूप से चलते हैं महिलाओ ने परिवार को ,राष्ट्र को , समाज को नई ऊंचाईयां प्रदान की है भगवान महावीर ने चंदनबाला को मुखिया बनकर , महिला को उच्च स्थान का दर्जा दिया है तेरापंथ धर्मसंघ के चतुर्थ आचार्य, जयाचार्य ने साध्वी प्रमुखा का पद महिला को प्रदान कर , महिला शक्ति को आगे बढ़ाया है । साध्वी शालीन प्रभा जी ने भी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि नारी के भीतर सृजन शक्ति है नारी के अनेक रूप में से लक्ष्मी , सरस्वती , धन और विघा‌ की देवी होने‌ के कारण पूजी जाती है। नारी मां ,बहन, बेटी आदि अनेक रोल अदा करती है आज के दिन जिन महिलाओं ने अपनी शक्ति को नियोजित कर , न ई उच्चाइयों को प्राप्त किया है उनको याद किया जाता है । जैसे झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, किरण बेदी आरपीएस , किरण शाह बीजनस वूमेन आदि । आज हर क्षेत्र में महिलाएं आगे है चाहे वह डॉक्टर हो,  चाहे कलेक्टर, चाहे पुलिस विभाग का कोई पद या फिर शिक्षा के क्षेत्र में स्कूल कॉलेज में प्रोफेसर, प्रिंसिपल के अलावा सीए , सीएस आदि अनेक पदों पर भी महिलाएं सुशोभित है । आज की महिला बिजनेस वूमेन भी बन चुकी है सेना में भी महिलाओं का विशेष योगदान है व खेल के क्षेत्र में भी महिलाएं पुरुषों के बराबर खेल रही है । महिलाएं दो घरों को संभालने के बाद भी वह पुरुष से आगे  है तेरापंथ धर्मसंघ में आचार्य श्री तुलसी ने महिलाओं के लिए अणुव्रत आंदोलन प्रारंभ किया था । जो महिलाओं घर के अंदर  घूंघट में रहती थी उन्हें इस प्रथा से बाहर लाकर, महिला सशक्तिकरण के प्रति जागरूक किया ।

साध्वी श्री पंकज श्री जी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिला शब्द में म का अर्थ है ममता , हि का अर्थ है हिम्मत और ला का अर्थ लज्जा । महिला अपनी हिम्मत के साथ ही आगे बढ़ती सकती है और नहीं ऊंचाइयों को छू सकती है ।‌ इस धरती पर जितने भी महापुरुषों ने जन्म लिया है वह सभी मां की बदौलत ही है । आज की नारी पड़ी लिखी प्रशिक्षित है और पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य भी कर सकती है और परिवार को भी संभाल सकती है । नारी जगत की धड़कन है वह कोई खिलौना नहीं है रथ के दो पहियों में नारी दो घरों को संभालती है बच्चों में संस्कारों का बीजारोपण भी करती है और परिवार की देखभाल भी करती है उन्होंने यह भी बताया कि आज की महिलाओं में सहनशीलता की कमी है और इगो अधिक है जो‌ इनके विकास को रोकती है । महिलाओं को अपनी बेटियों को ऐसे संस्कार देना चाहिए कि वह सहनशील बने और ईगो से दूर रहें जिससे वह जीवन में सभी क्षेत्रों में विकास कर सकें । हमारे भारत देश में ही भारत माता की जय का जयकारा लगाया जाता है जिसमें भी माता का उच्चारण हुआ है । उसके बाद प्रीति चौधरी ने दोनों मुख्य अतिथियों का सारगर्भित परिचय दिया । पश्चात तेरापंथ महिला मंडल की सुश्राविका श्रीमती श्यामा गादिया, सुशीला कोठारी , सुशीला मूणत,उषा कांसवा , माया कांसा , आजाद श्रीमाल आदि महिला मंडल सदस्यों ने डिप्टी कलेक्टर अवनधती प्रधान और जिनेन्द्रीय सगोरिया को साहित्य भेंट कर , अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामना देते हुए सम्मान किया ।

शिक्षा महिला को सशक्त बनाती है :- डिप्टी कलेक्टर

डिप्टी कलेक्टर अवनधती प्रधान ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा महिला को सशक्त करती है अपनी बेटियों को शिक्षा के प्रति जागरूक करें ।  पढ़ाई का पीछा नहीं छोड़ना चाहिए तथा शिक्षा को लेकर हमेशा जागरूक रहना चाहिए । गुणवत्ता युक्त शिक्षा हमारे समाज , देश व राष्ट्र को विकास के नए आयाम प्रदान करती है । शिक्षा के क्षेत्र में अधिक मेहनत करनी चाहिए , जिससे सफलता पाने में  कठिनाइयों का सामना न करना पड़े और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो सके । हमारे अंदर किसी भी कार्य करने का जोश होना चाहिए । साथ ही हमें आपसी तालमेल से आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए । उन्होंने अपने उद्बोधन में यह भी कहा कि हमारे जिले की कलेक्टर भी एक महिला हैं और वह महिलाओं की विशेष सपोर्टर भी हैं तथा वह महिलाओं की मदद के लिए हमेशा तैयार रहती हैं । यह भी कहा कि घर की महिलाएं और परिवार का सपोर्ट होता है तो ही बेटियां विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ सकती है और अच्छे पदों पर आसीन होकर कार्य कर सकती हैं । अगर आपकी परिवार की महिलाओं का सपोर्ट आपके साथ है तो आप अनंत ऊंचाइयों को छू सकते हैं ।

महिलाएं अपने अधिकारों को जाने और कर्तव्यो को समझें :-जिनेंद्रीय सगोरिया

सहायक संचालक जनसंपर्क जिनेंद्रीय सगोरिया ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा महिलाएं अपने अधिकारों को जाने  और उसके साथ-साथ अपने कर्तव्यों को भी‌ समझे । उसके बाद महिलाएं स्वयं जागरूक हो जाएगी और अपने अधिकारों को जानने लगेगी और उसके बाद अपने आप को किसी से कम नहीं आंकेगी । वह जानने लग जाएगी कि हम भी देश की प्रथम नागरिक हैं । महिलाओं में किसी भी कार्य को लेकर एक मजबूत हिस्सा होता है मैनेजमेंट ।  चाहे वह घर हो , परिवार हो, समाज हो या अन्य कोई क्षेत्र हो । हर महिलाओं को एक अच्छा मैनेजमेंट लेकर कार्य करना चाहिए , जिससे वह हर क्षेत्र में ऊंचाइयों को छू सके ।वही महिलाओं को विशेष रूप से शिक्षा के क्षेत्र में जागरूक होने की जरूरत है उसके बाद स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूकता लाने की जरूरत है । क्योंकि महिलाएं परिवार जन के कार्य और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहती है और स्वयं पर ध्यान नहीं दे पाती है इसलिए महिलाओं को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए । कार्यक्रम के अंत में तेरापंथ महिला मंडल द्वारा जैन समाज अंतर्गत सभी महिला मंडल अध्यक्ष पद पर नियुक्त महिलाओं का साहित्य भेंट कर सम्मान किया गया । कार्यक्रम में कल्याणपुर की मंजुला पीपाड़ा ने भी वक्तव्य दिया । कार्यक्रम में पेटलावद ,बोरी , कल्याणपुरा आदि अनेक क्षेत्रों से महिलाओं ने इस कार्यक्रम में सहभागिता दी कार्यक्रम का सफल संचालन साध्वी श्री शारदा प्रभा जी ने किया व आभार दीपा गादिया ने माना ।

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