राणापुर। महिला बाल विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत सोमवार को नगर परिषद अध्यक्ष सुश्री दीपमाला नलवाया ने वार्ड क्रमांक 1 की महिलाओं को बाल विवाह रोकने के लिए शपथ दिलाई।
इस अवसर पर सुश्री नलवाया ने उपस्थित महिलाओं को बाल विवाह से होने वाले गंभीर दुष्परिणामों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बाल विवाह के कारण मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में वृद्धि होती है। कम उम्र में मां बनने से न केवल मां, बल्कि नवजात शिशु के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। बाल विवाह से जन्मे शिशुओं का वजन सामान्य से कम रह जाता है, जिससे कुपोषण और रक्ताल्पता जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसके अतिरिक्त, बाल विवाह बच्चों के शिक्षा के मूल अधिकार का भी हनन करता है।
नगर परिषद अध्यक्ष ने सभी अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों की कम उम्र में शादी न करें, बल्कि उन्हें बेहतर शिक्षा प्रदान कर उनका भविष्य उज्ज्वल बनाएं। उन्होंने स्पष्ट अपील करते हुए कहा कि जब तक बेटियों की उम्र 18 वर्ष और बेटों की उम्र 21 वर्ष न हो, तब तक उनका विवाह न कराएं।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में बाल विवाह के दुष्परिणामों के प्रति जागरूकता फैलाना और बच्चों को एक स्वस्थ एवं उज्ज्वल भविष्य प्रदान करना है।