झाबुआ

निजी स्कूल द्वारा नियमों की अनदेखी पश्चात माफीनामा….. क्या शिक्षा विभाग दंडात्मक कार्यवाही करेगा?

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झाबुआ —- शहर के निजी स्कूल की मनमानी कार्यशैली के चर्चे अब जिले भर में मशहूर हो गए हैं । जहां इस निजी स्कूल द्वारा शासन के निर्देशानुसार न तो समय पर परीक्षा आयोजित की और न‌ही समय पर प्रवेश उत्सव मनाया, वरन जब शिक्षा विभाग द्वारा इन नियमों की अनदेखी को लेकर नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा, तो स्कूल प्रशासन द्वारा अनभिज्ञता आदि कारण बताकर, गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी गई । प्रश्न यह है कि क्या शिक्षा विभाग शासन के नियमों की अवहेलना को लेकर कोई दंडात्मक कार्यवाही करेगा…?

जानकारी अनुसार शहर के कैथोलिक मिशन हायर सेकंडरी स्कूल की मनमानी कार्यशैली को लेकर खबरो‌ का प्रकाशन हुआ। शिक्षा विभाग द्वारा तत्काल 28 अप्रैल को कैथोलिक मिशन स्कूल को कुछ बिंदुओं पर नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया ।‌ प्रथम बिंदु – संस्था में संचालित कक्षाओं का परीक्षाफल 28 अप्रैल को घोषित करने संबंधी शासन आदेश की छायाप्रति प्रस्तुत करने की बात कही । प्रश्न के प्रत्युत्तर में स्कूल प्रशासन द्वारा जवाब देते हुए बताया कि कक्षा 9 व 11 की परीक्षा फरवरी माह में, कक्षा पहली से सातवीं तक की परीक्षा माह मार्च में 18 से 29 तक आयोजित की , तथा रिजल्ट अप्रूवल को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की व 5 अप्रैल को रिजल्ट घोषित किया गया जबकि शासन के निर्देशानुसार 31 मार्च तक ही रिजल्ट घोषित किया जाना चाहिए था । द्वितीय बिंदु – आपके द्वारा परीक्षा फल कक्षा  1 से 4 व 6 से 7 का किस दिनांक तक दिनांक को संकुल केंद्र से अनुमोदन कराया गया । प्रत्युत्तर में स्कूल प्रशासन द्वारा जवाब दिया गया कि 3 अप्रैल को कक्षा 1 से 4 व 6 से 7 अनुमोदन करवाने हेतु कार्योलय सहायक पत्र सहित संकुल केंद्र गये थे लेकिन संकुल केंद्र प्राचार्य कन्या शा.उ.वि.झाबुआ द्वारा अनुमोदन नहीं किया गया और संकुल प्राचार्य द्वारा तिथि निकल जाने को कारण बताया । तिसरा बिंदु -1 व 2अप्रैल के सीसीटीवी फुटेज रेकाडींग पेनड्राइव में प्रस्तुत करें । स्पष्टीकरण में जवाब दिया गया कि 28 फरवरी से डीवीआर खराब होने के कारण संस्था में रेकाडींग नहीं हो पायी । संस्था द्वारा सीसीटीवी कैमरे 7 अप्रैल को ठीक करवाएं गए । इस प्रकार इस संस्था द्वारा कई गलतीया की गई और अपनी ग़लती स्वीकार करते हुए माफी मांगी गई । सूत्रों का कहना है कि इस संस्था द्वारा पूर्व में भी गलती की गई थी तब भी इस स्कूल की मनमानी को लेकर संभवतः कलेक्टर कार्यालय प्रतिवेदन भी गया था । तब भी इस स्कूल संचालक द्वारा माफी मांग कर इतिश्री की गई । इस बार फिर इस संस्था द्वारा कई गलतीया की गई और शासन के नियमों की अनदेखी करते हुए, उनका मजाक बनाते हुए, नोटिस के एवज में झूठी बातें बताकर , माफी मांगी गई । बार बार इस निजी संस्था की मनमानी और अनदेखी को लेकर क्या शिक्षा विभाग कोई दंडात्मक कार्यवाही करेगा या फिर मान्यता रद्द करने को लेकर कोई प्रस्ताव बनायेगा या फिर यह संस्था ऐसे ही शासन के नियमों का माखौल उड़ाते हुए, माफी मांगती रहेगी  ।

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