झाबुआ

कौन बनेगा नया जिला पंचायत अध्यक्ष…….भाजपा लाने जा रही है अविश्वास प्रस्ताव …..

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झाबुआ से मनोज अरोरा व पीयूष गादिया की रिपोर्ट…..

झाबुआ – वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में सोनल जसवंत भाबर काबिज है । पिछले चुनाव में भाजपा द्वारा काफी मशक्कत के बाद भी , कांग्रेस ने झाबुआ में परचम लहराया दिया था ।‌ उस वक्त चुनाव में भाजपा ने हर दांव पेंच खेला , जो चुनाव के वक्त खेला जाता है । लेकिन झाबुआ जिला पंचायत चुनाव में भाजपा की सत्ता होते हुए भी भाजपा यह चुनाव हार गई ओर कांग्रेस ने बाजी मार ली थी। वही झाबुआ जिला पंचायत अध्यक्ष के अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए भाजपा ने पूरी तैयारी कर ली है । जिला भाजपा ने हाईकमान से इस मामले में हरि झंडी भी लेली है । अब इंतजार हे अविश्वास प्रस्ताव का ।

वर्तमान में  जिले में जिला पंचायत में कांग्रेस समर्थित श्रीमती सोनल भाबर जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर काबिज है वही वर्तमान में जिला पंचायत झाबुआ में 14 वार्ड है तथा इनमें से 8 वार्ड पर कांग्रेस समर्थित सदस्य विजय हुए हैं तथा 6 वार्ड पर भाजपा समर्थित सदस्य । लेकिन जिले में राजनीतिक उठापटक के बीच कांग्रेस समर्थित दो सदस्यों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने से जिले का राजनीतिक माहौल गर्मा गया है और इस कारण अब जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट का समीकरण भी बिगड़ने की कगार पर है । सूत्र के  अनुसार जहां वार्ड क्रमांक 5 के विजय भाबर और वार्ड क्रमांक 11 से ममता बहादुर हटीला मेघनगर ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है और अब इस प्रकार यदि सदस्यों की गणना की जाए , तो भाजपा के पास पूर्व में छह सदस्य थे और दो नए सदस्य जुड़ जाने पर कुल आठ सदस्य हो गए हैं वहीं दो  सदस्य द्वारा कांग्रेस छोड़ने से, कांग्रेस की सदस्यों की संख्या 6 हो गई है इस प्रकार दो सदस्यों के भाजपा में शामिल होने से समीकरण लगभग बदल चुका है सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार भाजपा समर्थित आठ सदस्यों ने वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सोनल भाबर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव इंदौर कमिश्नर के समक्ष प्रस्तुत किया है और संभवत इस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 15 तारीख तक कोई निर्णय आने की संभावना भी बनी हुई है । सूत्रों के अनुसार झाबुआ जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर  बीजेपी के सदस्य करीब 25 वर्षो से अधिक समय से इस सीट पर काबिज नहीं हुए‌ है ।  प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बाद भी भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर विजयश्री प्राप्त करने में संभवतः  सफलता के लिए संघर्ष कर रही है  । कांग्रेस की दिग्गज नेता स्व सुश्री कलावती भूरिया करीब 19 वर्षो तक जिला पंचायत अध्यक्ष रही , जबकि प्रदेश में भाजपा की सरकार थी ।

कांग्रेस को होना होगा एक जुट….

यदि भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाती है तो कांग्रेस को एक बार फिर अविश्वास प्रस्ताव को लेकर एकजुटता दिखाना होगी । अंदरुनी कलह को भुलाकर सभी को एक लाइन में खड़ा रहना होगा । तभी इस बार इस संकट से पार पाया जा सकता हे वरना भाजपा इस बार आक्रामक मोड में नजर आ रही है भाजपा किसी भी हालात में इस बार अपना वनवास खत्म करना चाहेगी । आने वाले दिनों में देखना यह दिलचस्प होगा कि जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पर कौन काबीज होता है भाजपा का कोई नया चेहरा या फिर इस अविश्वास प्रस्ताव में भाजपा फेल होती है ।

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