*झकनावदा/पेटलावद:-(राजेश कुसवा)-* तेरापंथ जैन समाज के 11वें आचार्य, आचार्य श्री महाश्रमणजी का जन्मोत्सव,पटोत्सव और दीक्षा दिवस झकनावदा नगर में धुमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी पंकज श्री जी ठाणा 3 के सानिध्य में श्रद्धालुओं ने उत्साह से भाग लिया। महिला मंडल ने मंगलाचरण कर कार्यक्रम की शुरुआत की।साध्वी श्री पंकजश्री जी ने कहा,समता और सहिष्णुता का नाम है महाश्रमण,श्रम की धारा का नाम भी महाश्रमण है। बालक मोहन से मुनि मुदित,फिर युवाचार्य महाश्रमण और अब आचार्य महाश्रमण तक का जीवन जन-जन की आस्था का केंद्र बना है। उन्होंने अहिंसा यात्रा के माध्यम से देश और विदेशों में पैदल यात्रा कर हिंसा छोड़ने का संदेश दिया।साध्वी शालीन प्रभा जी ने स्वप्न प्रतियोगिता के माध्यम से अपने विचार और मधुर गीतिका प्रस्तुत की। साध्वी शारदा प्रभा जी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा,ऐसे गुरु का मिलना सौभाग्य की बात है।तेरापंथ सभा झकनावदा के अध्यक्ष विजय जी व्होरा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और गुरुदेव के प्रति मंगलभावना व्यक्त की। झाबुआ से पधारे पंकज जी कोठारी, पेटलावद से सभा अध्यक्ष नरेंद्र कुमार पारलेचा,दिलीप भंडारी और तेरापंथ मालवा सभा के मंत्री अरुण श्रीमाल ने भी गुरुदेव के प्रति अपने विचार रखे और मंगलकामना की। महिला मंडल ने गीत की प्रस्तुति दी। आशीष भांगू ने भी मधुर वाणी से गुरुदेव के प्रति गीतिका प्रस्तुत की। पेटलावद की मुमुक्षु प्रेक्षा पटवा ने आराध्य को वंदन करते हुए कहा, यह दिन राग से वैराग्य की ओर ले जाने वाला है।कन्या मंडल की कन्या प्रेक्षा जैन,मनसा कोठारी, हिमांशी जैन, यशलिका जैन और प्रज्ञा जैन ने सुंदर स्वप्न के माध्यम से प्रस्तुति दी ज्ञानशाला के बच्चों ने नाटक के माध्यम से प्रस्तुति दी।कार्यक्रम में धतुरिया,बोलासा, तारखेड़ी,रायपुरिया,पेटलावद, बामनिया,करवड़,रतलाम,कल्याणपुरा, झाबुआ और राजगढ़ से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। कार्यक्रम का संचालन मुकेश कोठारी ने किया। झकनावदा तेरापंथ सभा के मंत्री अजय व्होरा ने सभी का आभार माना।