झाबुआ

लव जेहाद महज़ व्यक्तिगत अपराध नहीं, अपितु राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा प्रायोजित एक संगठित षड्यंत्र है.

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यह केवल मांग-पत्र नहीं, बल्कि बेटियों की अस्मिता की रक्षा का संकल्प है

प्रदेश में बेटियों के विरुद्ध चल रहे ‘लव जिहाद’ जैसे संगठित षड्यंत्रों पर सख्त कार्यवाही हेतु सकल हिन्दू समाज की माँग

थांदला (वत्सल आचार्य की खास रिपोर्ट)

हाल ही में मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों—भोपाल, उज्जैन, इंदौर, रीवा, सागर, दमोह,मुरैना और राजगढ़ में हुए ‘लव जिहाद’ के अनेक मामलों ने प्रदेशवासियों को झकझोर कर रख दिया है। इन मामलों में मासूम बालिकाओं, युवतियों एवं महिलाओं को छलपूर्वक, धर्म छिपाकर प्रेमजाल में फंसाकर न केवल उनके साथ शारीरिक शोषण किया गया, अपितु उनकी अस्मिता एवं आत्मसम्मान को भी गहरी ठेस पहुंचाई गई है इसी सन्दर्भ मे हिन्दू जागरण मंच थांदला द्वारा अनुविभागीय अधिकारी तरुण जैन को एक ज्ञापन सौपा
सकल हिन्दू समाज का मानना है कि यह महज़ व्यक्तिगत अपराध नहीं, अपितु राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा प्रायोजित एक संगठित षड्यंत्र है, जिसकी जड़ें अंतरराज्यीय व अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क तक फैली हो सकती हैं। इस विषय में राष्ट्रीय महिला आयोग और मानवाधिकार आयोग द्वारा गठित जांच समितियाँ इस षड्यंत्र की गंभीरता और संवेदनशीलता की पुष्टि करती हैं।

सकल हिन्दू समाज द्वारा रखी गई प्रमुख माँगें:

1.NIA से जाँच कराई जाए – ऐसे अंतरराज्यीय और राष्ट्रविरोधी मामलों की गहराई तक पहुँचने के लिए इन मामलों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपा जाए।
2.सहयोगियों को भी अपराधी माना जाए – जिन व्यक्तियों ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इन अपराधों में सहयोग किया, उन्हें भी अभियुक्त बनाया जाए।
3.सरकारी तौर पर FIR दर्ज हो – पीड़ित परिवारों द्वारा भय के कारण FIR दर्ज न कराने की स्थिति में शासन स्वयं मामला दर्ज कराए।
4.संगठित अपराध की धाराओं में वृद्धि हो – जहाँ अपराध सुनियोजित और एक से अधिक पीड़िताओं के साथ हुआ है, वहाँ संगठित अपराध की धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज हो।
5.डिजिटल दस्तावेज़ीकरण हो – योजनाओं में उपयोग हो रहे दस्तावेजों का दुरुपयोग रोकने हेतु उन्हें डिजिटल माध्यम से प्रस्तुत करने की अनिवार्यता हो
6.पीड़िताओं के लिए विशेष सहायता कोष – नाबालिग व अनाथ पीड़िताओं की सुरक्षा एवं पुनर्वास हेतु विशेष आर्थिक सहायता की व्यवस्था की जाए।
7.MP धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2021 का प्रभावी क्रियान्वयन – इस कानून के अंतर्गत उपयुक्त धाराओं को प्रभावी रूप से लागू किया जाए.
8.सभी संस्थानों में पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य हो – सरकारी व निजी संस्थानों के कर्मचारियों और छात्रों का पुलिस वेरिफिकेशन सुनिश्चित किया जाए।
9.फांसी की सज़ा की घोषणा को लागू किया जाए – अपराधियों को कड़ी सजा दिलवाने हेतु साक्ष्यों की प्रभावी विवेचना सुनिश्चित की जाए।
सकल हिन्दू समाज स्पष्ट करता है कि यह केवल मांग-पत्र नहीं, बल्कि बेटियों की अस्मिता की रक्षा का संकल्प है। राष्ट्र विरोधी तत्वों को यह चेतावनी है कि प्रदेश की मातृशक्ति की गरिमा को ठेस पहुंचाने वालों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा।माँग है कि मुख्यमंत्री महोदय शीघ्रता से इन मांगों पर निर्णय लें और कार्यवाही प्रारंभ करें।
सर्व हिंदू समाज द्वारा दिए गए ज्ञापन कार्यक्रम में हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक कमलेश वर्मा व खंड संयोजक भगत सिंह अमलियार सहसंयोजक धर्मेंद्र भगोरा और समस्त हिंदू समाज उपस्थित रहे.।

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