झाबुआ समीपस्त ग्राम फूलमाल स्तिथ श्री विघ्नहरा आशापुरा धाम में परम पूज्य राष्ट्र संत एवं पुण्य सम्राट गच्चाधिपति आचार्य श्री जयंत सेन सुरीश्वर जी म. सा. के शिष्य रत्न प पु. मुनिराज प्रत्यक्ष रत्न विजय जी एवं पवित्र रत्न विजय जी म. सा. आदि ठाणा दो का आज अल सुबह 7//30बजे मंगल प्रवेश हुआ, प्रवेश पर झाबुआ मेघनगर, पारा, राणापुर, रतलाम आदि के श्री संघो एवं परिषद के सदस्यों ने दोनों मुनी भगवतों की श्री फल अक्षत से गवली कर वढाया एवं विधि पूर्वक वंदन किया उक्त जानकारी देते हुए ट्रस्ट के मिडिया प्रभारी रिंकू रुणवाल ने बताया की दोनों मुनिराज गुजरात प्रान्त से उग्र विहार करते हुए पिटोल पहुँचे थे जहाँ आपने श्री नागेश्वर पार्श्व जी की प्रतिमा की पुनः प्रतिष्ठा कर आप मेघनगर पहुँचे वहां दो दिन की स्थिरता रख कर आज प्रातः विहार धाम पहुँचे, जहाँ पर ट्रस्ट के सदस्य निखिल भंडारी के साथ मनोज जैन नाकोड़ा, रजत कावड़िया, दिविक कावडिया, राहुल रुणवाल, देवेंद्र जैन,अर्चित मुथा आकाश शाह जयंत बाफना के साथ परिषद के कई सदस्यों ने मुनीराज द्वय स्वागत कर विहार धाम में पधारने की विनंती की, जिसे स्वीकार कर आज के दिन विहार धाम में स्थिरता रखेंगे, कल प्रातः झाबुआ में श्री महावीर बाग से नगर में प्रवेश कर श्री बावन जीनालय में धर्मसभा को सम्बोधित करेंगे