*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री पंकज श्री जी आदि ठाणा-3 के सानिध्य में तेरापंथ भवन झकनावदा में हुआ दम्पत्ति कार्यशाला का गरिमामय आयोजन*
*उक्त आयोजन में बड़ी संख्या में श्रावक समाज ने की सहभागिता*
*झकनावदा/पेटलावद:-(राजेश काॅसवक)-* आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री पंकज श्री जी आदि ठाणा-3 के सान्निध्य में तेरापंथ युवक परिषद् झकनावदा द्वारा दंपत्ति कार्यशाला का आयोजन दिनांक 24 मई 2025 को तेरापंथ भवन झकनावदा में किया गया। श्रद्धा भक्ति से हरा-भरा झकनावदा क्षेत्र में प्रथम बार दंपत्ति कार्यशाला का आयोजन हुआ। विदुषी साध्वी पंकज श्री जी ने जनमेंदिनी एव कपल को संबोधित करते हुए कहा- जिसकी वाइफ अच्छी उसकी लाईफ अच्छी। सहिष्णुता के साथ रहने से ही जीवन सुखी बन जाता है। आज की ज्वलंत समस्या है “तलाक” ! इतने तलाक क्यों हो रहे, उसके कारण है, शंका, अविश्वास, ईगो । यह ऐसे वायरस हैं जो जीवन को बर्बाद कर देते है। आज सबसे बड़ी अपेक्षा है कि व्यक्ति विश्वास पैदा करें, अपनी आंकाक्षाओं का दमन करें। संयम व सहिष्णुता की नाव पर बैठ कर ही संसार रूपी जीवन में सुख से तैरा जा सकता हैं। कार्यक्रम का मंगलाचरण महिला मण्डल बहनों द्वारा बहुत ही सुन्दर मधुर गीतिका के संगान द्वारा किया गया। भाई श्रेणिक व विनीता जी ने एक साथ दम्पत्ति जीवन पर अपने विचार रखें। महिला मण्डल कन्या मण्डल ने मिलकर एक बहुत ही रोचक सत्य का साक्षात्कार कराने वाली नाटिका प्रस्तुत की। साध्वी शारदाप्रभा जी ने कार्यक्रम का संचालन किया व साध्वी शालीन प्रभा जी ने मौन भावना व्यक्त की।
*इस अवसर पर तेयुप पेटलावद के अध्यक्ष अभिषेक पटवा सहित युवक परिषद के पदाधिकारी,सदस्यगण व तेरापंथी सभा के सदस्यगणों ने झकनावदा पहुँच कर साध्वी श्री के दर्शन कर उनके सान्निध्य में सामायिक का लाभ लिया*
*उक्त गरिमामय दंपत्ति कार्यशाला में झकनावदा श्रावक समाज बड़ी संख्या में विशेष रूप से उपस्थित था*
झकनावदा तेयुप अध्यक्ष श्रेयांश बोहरा एव मंत्री शुभम कोटड़िया का श्रम सराहनीय रहा। सभी ने जीवन मे संयम से रहने का व सहनशीलता का भाव विकसित करने का संकल्प ग्रहण किया। लगभग 25 दंपत्तियों सहित सम्पूर्ण श्रावक समाज झकनावदा ने कार्यशाला में सहभागिता की। कार्यशाला में तेरापंथ सभा झकनावदा के अध्यक्ष विजय व्होरा ने पूर्ण सहयोग किया व कार्यशाला के अंत में आभार सभा मंत्री अजय व्होरा ने व्यक्त किया।