काउंटडाउन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 11 दिन शेष
योग से निरोग अभ्यास विधियां आयोजित
धार, 10 जून 2025/ आगामी 21 जून को मनाए जाने वाले 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां प्रतिदिन चलाई जा रही है। इस वर्ष की थीम है- एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग हैं। इसी कड़ी में आयुष विभाग द्वारा योग दिवस के संबंध में आम जनों को योग के प्रति जागरूकता लाने हेतु प्रतिदिन योग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
आयुष विभाग द्वारा इसके अंतर्गत राजा भोज उद्यान धार में मंगलवार को योग से निरोग अभ्यास पर विभिन्न गतिवियिों के माध्यम से योग के प्रति जागरूक कर रहे है। जिसमें अर्धचक्रासन आसन कराया गया।
आइए जानते हैं अर्ध चक्रासन क्या हैं-
अर्ध शब्द का अर्थ है आधा तथा चक्र का अर्थ है पहिया, इस आसान में शरीर आधे पहिए की आकृति जैसा बनता कै, इसलिए इस आसान को अर्धचक्रासन आसान कहते है। लाभ- इस आसान के अभ्यास से मेरुदण्ड लचीला बनता है तथा मेरुदण्ड से संबंधित मांसपेशिया मजबूत बनती है। इसी प्रकार सर्वाइकल स्पांडिलॉसिस में लाभकारी है, इसमें सावधानी- उच्चारक्तचाप वाले सावधानी से पीछे की और झुक कर इस आसन का अभ्यास करे।
इसी प्रकार योग से निरोग अभ्यास विधि के तहत पैरों के बीच दो इंच की दूरी रखकर खड़े हो जाएं, दोनों हाथों की अंगुलियों से कमर को बगल से पकड़ें, कोहनियों को समानांतर रखने का प्रयास करें, सिर को पीछे की ओर झुकाते हुए ग्रीवा की मांसपेशियों को खींचना चाहिए, श्वास लेते हुए कटि भाग से पीछे की ओर झुकना चाहिए, श्वास को बाहर छोड़ते हुए शिथिल होना चाहिए, इस स्थिति में 10-30 सेकेंड तक रुकें तथा सामान्य रूप से श्वास लेते रहें, श्वास को अंदर खींचते हुए धीरे-धीरे प्रारम्भिक अवस्था में वापस लौटें जैसे योग सिखाये जा रहे है। इसके लाभ हेतु मेरुदण्ड लचीला बनता है तथा उससे संबंधित नाड़ियाँ तथा मांसपेशियां मजबूत बनती हैं, सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस के प्रबंधन में लाभकारी है। इसमें बताया गया कि चक्कर आते हो तो इस आसन का अभ्यास न करें।