झाबुआ- प्रदेश सरकार चाहे लाख कोशिश कर ले, भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए, लेकिन कुछ एजेंटों की सरकारी विभागों में मिलीभगत से यह संभव नहीं हो पा रहा है । कुछ ऐसा ही झाबुआ जिला मुख्यालय पर गुलाबी बिल्डिंग में भी देखने को मिल रहा है जहां पर कुछ सक्रिय एजेंटों द्वारा सरकारी विभागों में सामग्री सप्लाई के लिए 30% तक कमीशन की मांग की जा रही है एजेंटों का यह भी कहना है कि यदि आप मांग अनुसार कमीशन देते हो, तो आपको शासकीय विभागों में जैसे जनजातीय कार्य विभाग अंतर्गत विभिन्न स्कूलों में सामग्री सप्लाई के ठेके, शासकीय नियमानुसार आदेशित करवाए जाएंगे । इन एजेंटों का कहना है कि आप मांग अनुसार राशि दीजिए ,आपको आपके अनुसार सामग्री सप्लाई का वर्क आर्डर प्राप्त होगा । एजेंटों का यह भी कहना है कि विगत दिनों ही जिले के स्कूलों में रंगाई ,पुताई का वर्क आर्डर हमारे द्वारा ही आदेशित करवाया गया था । वह भी 30% कमीशन देने की बात पर । इसके अलावा डीपीसी कार्यालय अंतर्गत जिले में विभिन्न छात्रावासों में सामग्री सप्लाय जैसे पलंग ,गादी, फर्नीचर आदि अनेक प्रकार के सप्लाई आर्डर आदेशित करवाए जाएंगे ,वह भी शासकीय नियम अनुसार । एजेंटों का यह भी कहना है कि इन विभागों में कार्यरत बाबू से इनके अच्छे संबंध होने के साथ-साथ इनके राजनीतिक संबंधी भी मधुर है यह भी कहना है कि शासकीय विभाग में कार्यरत एक बाबू के पास एक से अधिक प्रभार है जैसे निविदा ,भंडार, पेंशन आदि । इन बाबुओं के माध्यम से ही अल्प निविदा लगाकर आपको शासकीय विभागो मे सामग्री सप्लाई का वर्क आर्डर प्रदाय करने का प्रयास या करवाया जाएगा । एजेंट अनुसार इनमें से एक बाबू का यहां तक कहना है कि मैं अपनी मर्जी से यहां पर पदस्थ हूं और अपनी.ही मर्जी से अपना स्थानांतरण होगा । कोई भी अधिकारी या राजनीतिक वयक्ति मुझे जिला मुख्यालय से हटा नही सकता । आओ पता लगाएं -जिला मुख्यालय की इस गुलाबी बिल्डिंग में वह कौन एजेंट है जो नियमों को तार-तार कर शासकीय विभागों में 30% कमीशन पर सामग्री सप्लाई के वर्क आर्डर देने की बात कर रहा है । आप यह भी पता लगाएं -एजेंट द्वारा मांगी जा रही कमीशन की राशि किन किन कर्मचारियों में बटती है । यह भी पता लगा वह कौन बाबू है जिसके पास एक से अधिक प्रभार है ।