झाबुआ, – कलेक्टर श्री रोहित सिंह ने महाराष्ट्र प्रदेश के बीड़ जिले में झाबुआ जिले के 12 बंधुआ श्रमिकों को मुक्त कराया। श्री सिंह के निर्देशानुसार अपर कलेक्टर श्री जे.एस.बघेल द्वारा महाराष्ट्र प्रदेश के बीड़ जिले के कलेक्टर को पत्र प्रस्तुत कर बंधक बनाए गए श्रमिकों को विमुक्त कराए जाने के लिए अनुरोध किया गया। कलेक्टर श्री सिंह को जिले के श्रमिकों को महाराष्ट्र जिला बीड़ में बंधक बनाए जाने के संबंध में 18 दिसम्बर को लिखित में शिकायत प्राप्त हुई थी। इस शिकायत के आधार पर जिले के 12 श्रमिकों को बंधन से मुक्त कराने के लिए कार्यवाही की गई। महाराष्ट्र प्रदेश के बीड़ जिले के मजल गांव के अनुविभागीय अधिकारी द्वारा 25 दिसम्बर 2020 को बंधककर्ता ख्वाजा ईब्राहिम पठान तथा मुशा ईब्राहिम पठान निवासी साकरूड़ तालुका, अंबाजोगाई जिला बीड़ महाराष्ट्र के कब्जे से मुक्त कराए जाकर मुक्ति प्रमाण पत्र सहित भेजे गए हैं। जिसमें झाबुआ जिले के थांदला तहसील के चापानेर के 9 श्रमिक जिसमें 7 पुरूष 2 महिलाएं शामिल है, पेटलावद तहसील के ग्रांम अजब बोराली की एक महिला श्रमिक तथा थांदला तहसील के ग्राम भूरी घाटी की 2 महिला श्रमिकों को मुक्त कराया गया। महाराष्ट्र प्रदेश के बीड़ जिले के मजल गांव के अनुविभागीय अधिकारी द्वारा इन नियोक्ताओं के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई। इन श्रमिकों को एनजीओ जनसाहस द्वारा 27 दिसम्बर 2020 को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व झाबुआ श्री एम.एल.मालवीय के समक्ष उपस्थित कराया गया। सर्व प्रथम इन श्रमिकों को उनके ग्राम भेजने के पूर्व श्रम निरीक्षक श्री संजय सिंह कलेश तथा श्रम निरीक्षक श्री संजय बघेल द्वारा जिला चिकित्सालय झाबुआ में उनका स्वास्थ्य परिक्षण कराया गया। यह श्रमिक प्रसन्न होकर अपने गांव लोटे।