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‘‘डायग्नोस्टिक टीम द्वारा कीट व्याधियों के प्रकोप के नियंत्रण हेतु कृषकों से रूबरू चर्चा’’
झाबुआ, 15 जुलाई 2021। जिले में खरीफ मौसम 2021 अन्तर्गत विभिन्न फसलों के लक्षित 189000 हैक्टयर रकबा के विरूद्ध लगभग 90 फिसदी बुवाई कार्य सम्पन्न हो चूका है। खरीफ मौसम की वर्षा भी अद्यतन स्थिति में 217.2 मि.मी. रही है।
जिला कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा के निर्देशानुसार दिनांक 14.07.2021 को जिला स्तरीय डायग्नोस्टिक टीम जिसमें श्री एन.एस. रावत, उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास जिला झाबुआ, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ डॉ. आई.एस. तोमर, डॉ. चन्दन, सहायक संचालक कृषि एस.एस. रावत एवं मैदानी अमला शामिल है।
दल द्वारा मेघनगर विकासखण्ड के ग्राम झायड़ा टोडी का भ्रमण कर कृषक श्री रमेश-करमचंद, प्रकाष-करमचंद, किषोर-दितिया, तकेसिंह-दल्ला के खेतों में मक्का, सोयाबीन, कपास फसलों का अवलोकन किया गया। भ्रमण के दौरान कृषकों से रूबरू चर्चा भी की गई, फसल स्थिति संतोषजनक पाई गई तथा कृषकों द्वारा भी चर्चा में किसी प्रकार की कीटव्याधियों के प्रकोप से इंकार किया गया है। साथ ही ग्राम मदरानी के कृषक श्री रमेश-थावरा, कालू-दलसिंह, तेरसिह-वरसिंह, तेरू-दिला, साधु-दलसिंह के खेतों में लगी मक्का फसल भी अच्छी स्थिति में देखी गई है।
विकासखण्ड थांदला के ग्राम अनुपुरा के कृषक श्री मानसिंह-सकरीया, जीगा-दिथिंग, एकमल-दिथिंग, बहादुर-कालू, दल्ला-लालु के खेत में धान फसल का अवलोकन किया गया। विकासखण्ड पेटलावद के ग्राम खोरिया के कृषक श्री राजु-मानसिंह, कमजी-भेरू, तेरू-मेरू एवं तेरसिंह-जोगडिया के खेतों में लगी फसल मक्का, कपास की स्थिति भी काफी अच्छी देखी गई। भ्रमण के दौरा कृषकों को डायग्नोस्टिक टीम द्वारा ये तकनीकि सलाह भी दी गई – खेत फसल का नियमति निरीक्षण करें।खेत फसल के साथ-साथ खेत की मेढ़ साफ-सुथरी रखें।फसल पंक्तियों के बीच डोरा चलाये।कीट व्याधियों के प्रकोप होने पर प्रारंभिक तौर पर नीम तेल का छिड़काव करें।
अधिक जानकारी हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र एवं नजदीकी कृषि कार्यालय से सम्पर्क करें तथा मैदानी अमलों से उचित मार्गदर्शन लेवे।
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