झाबुआ

अंधेकत्ल का हुआ पर्दाफाश”

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घटना का विवरण :- दिनांक 25.07.2021 को फरियादी मानसिंह की बेटी कमलाबाई ग्राम तेजपुरा जाने का कहकर घर से निकली थी। दिनांक 27.07.2021 को फरियादी को गांव के लोगो से सूचना मिली कि कोई अज्ञात महिला की लाश कडीकुआ तालाब(जंगल) में पड़ी है। फरियादी व गांव के लोगो के द्वारा जाकर देखने पर वह शव फरियादी की लड़की कमलाबाई का था।
सुचना मिलते ही मामले की गंभीरता को देखते हुए अति. पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री आनंदसिंह वास्कले, एसडीओपी थांदला श्री एमएस गवली, थाना प्रभारी थांदला, चौकी प्रभारी खवासा एवं एफएसएल अधिकारी श्री आर.एस. मुझाल्दे, फिगंर प्रिंट उनि दिलीप रावत द्वारा तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। शव का बारिकी से निरीक्षण करने पर मृतिका के दाहिने कान के उपर एवं सिर पर गंभीर चोट होकर मृतिका के बांये हाथ में साड़ी से पत्थर बंधा था। अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण करने के पश्चात यह निष्कर्ष पाया कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा मृतिका कमलाबाई के सिर पर गंभीर चोट पहुंचाकर एवं साक्ष्य छुपाने की नियत से मृतिका के बांये हाथ में पत्थर बांधकर ग्राम कडीकुआं फारेस्ट जंगल के बड़े तालाब में फेंकना पाया गया। जिस पर थाना थांदला में मर्ग कायमी उपरातं अपराध क्रं. 448/2021 धारा 302,201 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
घटना का खुलासा :-
यह एक अंधे कत्ल की घटना थी, जिसमें महिला की हत्या कर उसकी लाश को पत्थर से बांधकर तालाब में फेंक दिया। यह दिल को दहलाने वाली सनसनीखेज घटना थी। महिला की हत्या किस कारण से, किनके द्वारा व कैसे की गई होगी इसको सुलझाना पुलिस के लिये एक चुनौती था। जिस तरीके से महिला की हत्या कर उसकी लाश को पत्थर से बांधकर तालाब में फेंक देना यह सिर्फ एक व्यक्ति द्वारा करना संभव नहीं था।
चुनौती को स्वीकार करते हुए पुलिस टीम द्वारा आसपास के लोगो से पुछताछ की गई। एफएसएल अधिकारी श्री आर.एस. मुझाल्दे द्वारा घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। पुलिस जब विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से जांच कर साक्ष्य जुटा रही थी कि पुलिस टीम को यह जानकारी प्राप्त हुई कि संदेही दुबलिया का मृतिका कमलाबाई के साथ कई वर्षो से प्रेम संबंध चल रहा था। मुखबीर द्वारा यह भी जानकारी प्राप्त हुई कि मृतिका कमलाबाई को अंतिम बार वडलीपाडा तिराहे पर देखा गया था। जहां पर दुबलिया व भारत को मोटर सायकल पर जाते हुए देखा गया। विश्वसनीय मुखबीर द्वारा यह भी सूचना प्राप्त हुई कि घटना दिनांक को सुनिल, कमल एवं सरदार को एक मोटर सायकल पर कडीकुआ जंगल तरफ जाते हुए देखे गये थे। इसी संदेह के आधार पर कड़ी से कड़ी को जोड़ते हुए पुलिस टीम द्वारा संदेही भारत, दुबलिया, सुनिल, सरदार एवं कमल को पुलिस गिरफ्त में लिया गया।
आरोपियों से पुछताछ करने पर उनके द्वारा पहले इधर-उधर की बाते कर पुलिस को उलझाते रहे किन्तु पुलिस टीम द्वारा बहुत ही हिकमत अमली से सख्ती से पुछताछ करने पर दुबलिया, भारत, सुनिल, कमल एवं सरदार ने मिलकर कमलाबाई की हत्या करना कबूल किया।
उनके द्वारा बताया गया कि दुबलिया का मृतिका कमलाबाई के साथ कई वर्षो से प्रेम संबंध चल रहा था। मृतिका कमलाबाई दुबलिया के साथ शादी करना चाहती थी किन्तु दुबलिया ने पहले से ही शादी कर ली थी, जिस कारण दुबलिया शादी के लिये मृतिका कमलाबाई को मना करता था। शादी करने की बात मृतिका बार-बार कहती थी जिस कारण घटना दिनांक से एक दिन पहले दुबलिया ने भारत, सुनिल, कमल एवं सरदार के साथ मिलकर मृतिका कमलाबाई को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। घटना दिनांक को पूर्व योजनानुसार दुबलिया व भातर वडलीपाडा तिराहे से मृतिका कमलाबाई को मोटर सायकल पर बिठाकर कडीकुआ जंगल तरफ ले गये व तीन अन्य आरोपी सुनिल, कमल एवं सरदार एक मोटर सायकल पर ग्राम मादल्दा से सीधे कडीकुआ जंगल पहुंचे। वहां पर कमलाबाई का दुबलिया के साथ चलने की बात को लेकर विवाद हुआ। विवाद के दौरान दुबलिया ने मृतिका कमलाबाई को मोटर सायकल से टक्कर मारी फिर सभी ने योजनाबद्ध तरीके से एक मत होकर तीन आरोपियों ने मृतिका कमलाबाई के हाथ-पैर पकड़े, दुबलिया द्वारा कुल्हाड़ी से एवं भारत द्वारा पत्थर से महिला के सिर पर गंभीर चोट पहुंचाई, जिससे उसकी हत्या हो गयी। उसके बाद इनके द्वारा मृतिका कमलाबाई द्वारा पहने जेवर को उतारकर आपस में बाट लिये व लाश को छुपाने के लिये उनके द्वारा मृतिका कमलाबाई के हाथ में पत्थर बांधकर तालाब में डूबो दिया व उसके बाद वहां से भाग गये।
आरोपियों के नाम :-

  1. दुबलिया पिता भाणजी भूरिया निवासी मादल्दा
  2. भारत पिता नाथू भूरिया निवासी मादल्दा
  3. सुनिल पिता धुलसिंह भूरिया निवासी मादल्दा
  4. कमल पिता भावजी भूरिया निवासी मादल्दा
  5. सरदार पिता भूरा भूरिया निवासी मादल्दा

आरोपियों से जप्त सामग्री :-
1- आरोपियों द्वारा घटना के समय पहने हुए कपड़े
2- कुल्हाड़ी (घटना में प्रयुक्त)
3- दो मोटर सायकल (घटना में प्रयुक्त)
4- मृतिका द्वारा पहने हुए गहने
5- एक खुन से सना हुआ पत्थर(घटना में प्रयुक्त)
सराहनीय कार्य में योगदान :-
संपुर्ण घटनाक्रम का खुलासा करने में एसडीओपी थांदला, थाना प्रभारी थांदला निरी. कौशल्या चौहान, चौकी प्रभारी खवासा उनि रज्जन सिंह गणावा, उनि लक्ष्मणसिंह, कार्यवाहक सउनि कृष्णकुमार, आर. 464 भुरसिंह, 282 राकेश, महेन्द्र, राहुल, पवन, पुखराज एवं आर. 98 मगंलेश पाटीदार, आर- 552 महेश प्रजापति, आर- 573 संदीप बघेल, आर- 193 दीपक पटेल का सराहनीय योगदान रहा। उक्त सराहनीय कार्य पर पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक झाबुआ द्वारा पुरूस्कृत करने की घोषणा की।

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