रतलाम 04 अगस्त 2021/ राष्ट्रीय फ्लोरोसिस निवारण नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत जिला रतलाम में ब्लाक खरवाकला के आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सुपरवाइजरो को फ्लोरोसिस का एक दिवसीय प्रशिक्षण डॉक्टर एमडी भारती जिला फ्लोरोसिस कंसलटेंट के द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से दिया गया, साथ ही फ्लोरोसिस बीमारी से बचने के उपाय बताए गए तथा 1 पीपीएम से ज्यादा फ्लोराइड वाले पानी का इस्तेमाल ना करने की समझाईश दी, फ्लोरोसिस के लक्षण बताए। दंतीय फ्लोरोसिस कंकलीय फ्लोरोसिस एवं अकंकालीय फ्लोरोसिस के बारे में विस्तारपूर्वक बताया एवं दूध, दही, हरी सब्जियों का खाने में इस्तेमाल करने के लिए सलाह दी
डॉ. भारती ने बताया कि रतलाम जिले में फ्लोराइड से 275 ग्राम तथा फलिए प्रभावित है, इन ग्रामों में स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण के माध्यम से बीमारी के बारे में अवगत कराया। साथ ही जो व्यक्ति फ्लोरोसिस से प्रभावित हुए है उनका सर्वे करने के लिए कहा गया। स्वास्थ्य विभाग के मैदानी कार्यकर्ताओं को अवगत कराया गया कि इन मरीजों की लाइन लिस्टिंग की जाए तथा उपचार के रूप में कैल्शियम और विटामिन सी तथा मल्टीविटामिन की दवाइयां उपलब्ध कराई जाएं तथा इन ग्रामों के हैंडपंप तथा ट्यूबेलस के पानी की जांच करवाने को समझाए।
पीएचई विभाग की केमिस्ट श्रीमती निहारिका व्यास के द्वारा फील्ड टेस्टिंग टेस्टिंग किट के माध्यम से पानी की जांच करके प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षणार्थियों को पानी की जांच भी करवाई तथा इस मौके पर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. प्रमोद प्रजापति के द्वारा भी फ्लोरोसिस तथा मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया के बारे में जांच उपचार एवं बचाव के तरीके बताए गए। साथ ही एएमओ वसुनिया भी उपस्थित थे। डॉ. भारती ने बताया कि रतलाम जिले के सभी विकासखंड के हेल्थ तथा महिला बाल विकास के सभी मैदानी कर्मचारियों को फ्लोरोसिस प्रशिक्षण दिया जाएगा।