रतलाम 13 अगस्त 2021/ रतलाम जिले में स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त प्रयासों से दस्तक अभियान के दौरान कुपोषित बच्चों की पहचान कर संदर्भ सेवाऐं प्रदान की जा रही है ।
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि रतलाम जिले के रावटी क्षेत्र के ग्राम बीड निवासी पूजा पिता संजु भाभर उम्र 3 माह का हीमोग्लोबीन 6 ग्राम तथा ग्राम बीड निवासी रोशन पिता हुकला भूरिया उम्र 9 माह का हीमोग्लोबीन 6 ग्राम कुपोषित होने के आधार पर रतलाम के पोषण पुनर्वास केंद्र पर 108 एंबुलेंस के माध्यम से रेफर कर पहुचाया गया । जिले के पोषण पुनर्वास केंद्र पर बच्चों को उचित पोषण एवं परामर्श कर उचित स्वास्थ्य सेवाऐं प्रदान की जा रही हैं । उल्लेखनीय है कि दस्तक अभियान का विस्तार कर इसकी तिथि अब 28 अगस्त तक निर्धारित की गई है । दस्तक अभियान के दौरान निम्नानुसार गतिविधियां आयोजित की जाएगी ।
दस्तक अभियान के दौरान मुख्य रूप से बीमार और नवजात बच्चों की पहचान प्रबंधन और रेफरल किया जाएगा। 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में शैशवावस्था एवं बाल्यकालीन निमोनिया की जांच प्रबंधन किया जाएगा। 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान रेफरल एवं प्रबंधन किया जाएगा। 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों में गंभीर अनीमिया की त्वरित पहचान स्क्रीनिंग और प्रबंधन किया जाएगा। 5 साल से कम उम्र के बच्चों में बाल्य कालीन दस्त रोग की पहचान एवं नियंत्रण हेतु ओ आर एस एवं जिंक के उपयोग को बढ़ावा देने संबंधी जागरूकता की जाएगी, तथा 5 वर्ष से कम आयु वाले बच्चों के घरों में ओ आर एस प्रदान किया जाएगा ।
9 माह से 5 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों को विटामिन ए का घोल पिलाया जाएगा। बच्चों में दिखाई देने वाली जन्मजात विकृतियां एवं वृद्धि विलंब आदि की पहचान तथा स्क्रीनिंग एवं उपचार किया जाएगा। गृह भेंट के दौरान आंशिक रूप से टीकाकृत बच्चों अथवा टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों को टीकाकृत किया जाएगा ।