झाबुआ

अवैध ईसाई प्रार्थनाघारों एवं आदिवासी से ईसाई बन चुके लोगों को ईसाई सूची में शामिल करने की मांग को लेकर धरातल पर कार्यवाही शुरू,कल्याणपुरा से प्रारंभ झाबुआ के बहुसंख्यक आदिवासी समाज की गतिविधि

Published

on

दिनांक 27 अगस्त 2021 को कल्याणपुरा से विश्व हिंदू परिषद द्वारा अवैध ईसाई प्रार्थना घरों को हटाए जाने के संबंध में निर्णायक करवाई का आगाज़ किया गया। संगठन द्वारा पूर्व में ही सरकार एवं प्रशासन को अनुसूचित क्षेत्र झाबुआ में अवैध रूप से संचालित किए जा रहे हैं ईसाई प्रार्थना घरों एवं इनमें पादरियों के रूप में प्रचार का काम कर रहे मिशनरियों की सूची सौंपी गई थी।संगठन द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया की आदिवासी समाज द्वारा पिछले कई दशकों से ईसाई मिशनरियों के अनुसूचित क्षेत्र में प्रवेश निषेध एवं धर्मांतरण पर पूर्णता प्रतिबंध लगाने हेतु संघर्ष किया जा रहा है। वर्तमान गणना के आधार पर एक बड़ी आदिवासी आबादी ईसाई धर्म में परिवर्तित हो चुकी है परंतु इनके द्वारा एक ओर आदिवासियों को प्राप्त विशेष अधिकारों का लाभ उठाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर ईसाई धर्म अपनाने के उपरांत अल्पसंख्यक होने का लाभ भी उठाया जा रहा है, जो की विधि विरुद्ध है।अपनी 3 सूत्री मांगों को आदिवासी संगठनों द्वारा कई बार जिला प्रशासन के समक्ष रखे जाने के उपरांत भी न्याय संगत कारवाही ना होने एवं उदासीन रवैये के चलते 27 अगस्त से आदिवासी समाज द्वारा स्वयं अपनी संस्कृति की रक्षा करने का हवाला देते हुए कार्यवाही शुरू की गई। अवैध निर्माणों को हटाने एवं आदिवासी संस्कृति छोड़ ईसाई धर्म अपना चुके आदिवासियों को विधिवत रूप से ईसाई सूची में शामिल करवाने की कार्रवाई कल्याणपुरा स्थित चर्च के निकट मैदान में बैठक का आयोजन कर की गई।

*घटना क्रम*
अवैध निर्माणों को हटाए जाने एवं पादरियों को ईसाई सूची में शामिल करने की कार्रवाई में आदिवासी समाज के करीब 600 से अधिक लोग मौके पर पहुंचे।विहिप प्रदेश कार्यरारिणी से महेश काग, जिला मंत्री आशीष सोनी, बजरंगदल जिला संयाजक राहुल डामोर,विहिप धर्म प्रसार अध्यक्ष रमेश निनामा,उपाध्यक्ष जोगा सिंगाड़,मंत्री राजु निनामा समेत,बड़ी संख्या में आदिवासी समाज प्रमुख की उपस्थिति में,प्रशासन की ओर से एसडीएम गर्ग, एसडीओपी पेटलावद सोनू टावर एसडीओपी एवं झाबुआ जिला मौर्य आदिवासी समाज से मौके पर जाकर मिले। सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए जिला पुलिस झाबुआ द्वारा मौके पर एक बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।

*कार्यवाही*
विहिप जिला प्रमुख कमल महाराज एवं आदिवासी समाज सुधारक संघ संरक्षक आजाद प्रेम सिंह डामोर द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों को मौके पर मौजूद समस्त आदिवासी संगठनों के कार्यकर्ताओं को साथ लेकर अवैध चर्च के स्थान पर जाकर चर्च के ईसाई बन चुके आदिवासी पादरी से चर्च की वैधता संबंधित दस्तावेज एवं उसके स्वयं के विधिवत धर्म परिवर्तन के दस्तावेजों की जांच करने पर जोर दिया गया।
एसडीएम एलएन गर्ग द्वारा आदिवासी समाज की मांगों को शांतिपूर्ण ढंग से समझा गया एवं तत्काल मौके पर ना जाकर पटवारी हड़ताल खत्म हो जाने तक का समय प्रशासन को औपचारिक कार्यवाही करने हेतु देने की बात कही गई। शुक्रवार एवं रविवार को संचालित की जाने वाली ईसाई प्रार्थना सभाओं के संबंध में बात करते हुए प्रशासन द्वारा अनुसूचित क्षेत्र के प्रावधानों के अनुरूप बहुसंख्यक आदिवासी समाज की आपत्ति को दृष्टिगत रखते हुए उचित करवाई करने का आश्वासन दिया गया। प्रशासन को सौंपी गई 56 ईसाई मिशनरी पादरियों की सूची पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने की बात भी कही गई। एक बड़ी संख्या में एकत्र हुए आदिवासी संगठनों के प्रमुखों द्वारा प्रशासन को निश्चित समय अवधि में कार्रवाई न करने की स्थिति में स्वयं उक्त निर्माणों को अनुसूचित क्षेत्र में आदिवासी संस्कृति की रक्षा करने हेतु प्राप्त विशेष अधिकारों के चलते स्वयं ध्वस्त करने की बात स्पष्ट तौर पर कही गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार 27 अगस्त 2021 से प्रारंभ हुआ अभियान जिले भर में समस्त अवैध निर्माणों एवं मिशनरी गतिविधियों के विरुद्ध निरंतर चलाया जाएगा, जिसमें आने वाले समय में कार्यकर्ताओं की संख्या हजारों में होना का अनुमान लगाया जा रहा है।

Trending