झाबुआ

गुंडागर्दी , दादागिरी और जान से मार देने के शिकायती आवेदन पर, पिटोल चौकी प्रभारी बना लापरवाह

Published

on

झाबुआ – पुलिस की लचीली कार्यप्रणाली के कारण ही गुंडा तत्व को हौसला और बल मिलता है और इसी कारण गुंडों को हिम्मत और ताकत अपराध को लेकर को लेकर बढ़ती है कुछ ऐसा ही पिटोल ग्राम में बैरियर पर हुई गुंडागर्दी, दादागिरी और जान से मार देने की शिकायत आवेदन पर पिटोल चौकी प्रभारी द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है और करीब आवेदन के 20 दिन बाद भी पुलिस अब तक जांच पूरी नहीं कर पाई है ।

मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले से सटे और गुजरात बॉर्डर पर स्थित पिटोल बैरियर पर पर गुंडातत्व नितिन द्वारा की जा रही वाहन चालको से गुंडागर्दी ,दादागिरी व अवैध वसूली की शिकायत लगातार मिल रही थी। जिसको लेकर दो पत्रकारों द्वारा खबर कवरेज करने को लेकर 13 अगस्त को पिटोल बैरियर पर पहुंचे । जैसे ही एक पत्रकार ने वीडियो फुटेज बनाए , तो वहा कर उपस्थित गुंडातत्व. नितिन ने अपने साथियों के साथ मिलकर दोनों पत्रकारों को ईट और लटट हाथों में लेकर घेर लिया और दोनों पत्रकारों को डराया व धमकाया गया । साथ ही एक पत्रकार के हाथ से मोबाइल भी छीन लिया गया । तथा भविष्य में किसी भी तरह की कवरेज को लेकर जान से मारने की धमकी दी थी । इसी बात को लेकर दोनों पत्रकारों ने एक शिकायती आवेदन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दिया गया और कार्रवाई हेतु मांग की । लेकिन पिटोल क्षेत्र का मामला है इसलिए पिटोल चौकी प्रभारी को इसकी जांच दी गई । लेकिन आज 20 दिन बीत जाने के बाद भी वह जांच पूरी नहीं हुई और दोनों पत्रकारों पर हमला करने वाला हमलावर खुलेआम घूम रहा है । पिटोल चौकी प्रभारी संभवत किसी घटना के घटित होने का इंतजार कर रहे हैं । इसी तरह की लापरवाही के कारण ही गुंडा तत्वों को बल मिलता है और फिर किसी भी घटना को.अंजाम देने मे संकोच नहीं करते हैं । क्या पुलिस कप्तान की इस ओर ध्यान देकर कोई कार्यवाही करेंगे या फिर यह गुंडे यूं ही गुंडागर्दी और दादागिरी करते रहेंगे….?

Trending