धार, 9 सितंबर 2021/ राष्ट्रीय पोषण माह के अन्तर्गत जिले में बच्चों, गर्भवती-धात्री माताओं एवं किशोरी बालिकाओं के पोषण स्तर में सुधार एवं जागरूकता हेतु महिला एवं बाल विकास द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत् परियोजना मनावर के सेक्टर भवन टोंकी में जिला कार्यक्रम अधिकारी सुभाष जैन एवं सहायक संचालक इन्दरसिंह बुन्देल की उपस्थिति में विभिन्न पोषण गतिविधियों का आयोजन किया गया। ग्राम टोंकी के जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में पोषण प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी जैन द्वारा सम्बोधित करते हुए कहा कि बच्चों, महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं के अच्छे स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर हेतु तिरंगा थाली का उपयोग बहुत जरूरी है। हमारे भोजन में सफेद रंग के रूप में दूध, दही, घी, चावल, आटा, हरे रंग के रूप में हरी पत्तेदार सब्जियां एवं पीले रंग के रूप में नींबू, केला, पपीता, दालें होना अति आवयक है, तभी हम जिले को कुपोषण से मुक्त कर पायेंगे। इस दौरान श्री जैन एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा सेक्टर भवन परिसर में फलदार पौधों का रोपण भी किया गया।
इसी कड़ी में पोषण अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं लोगों में पोषण स्तर के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए परियोजना सरदारपुर के स्थानीय सेक्टर भवन में पोषण प्रदर्शनी लगाकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणजनों की उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि कमजोर मां एक कमजोर बच्चे को जन्म देती है। अतः हमें गर्भवती माता के पोषण पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। बच्चे के जन्म के बाद एक घण्टे के भीतर स्तनपान जरूरी है, क्योंकि मां का प्रथम दूध बच्चे के लिए अमृत है। यदि बच्चा इस अमृत से वंचित रहता है तो वह जीवन भर कमजोर एवं बीमारियों से ग्रस्त रहेगा। इसके लिए हमारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं एवं पर्यवेक्षक घर-घर जाकर लोगों में पोषण के प्रति जागस्कता बढ़ा रही है। कार्यक्रम में सहायक संचालक द्वय विक्रान्त दामले, इन्दरसिंह बुन्देल, परियोजना अधिकारी श्री कमलसिंह निंगवाल, सेक्टर पर्यवेक्षक एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाएं उपस्थित थी।