झाबुआ से आगे 9 किलोमीटर इंदौर की ओर एक और बायो डीजल पंप खुल गया है
साहेब एक नजर इधर भी जनता सब जानती है
मनोज अरोरा की कलम
झाबुआ —– सरकार ने बायो डीजल को जनता की सुविधा के लिये व रोजगार के लिए भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल कलाम साहेब झाबुआ ज़िले मै
जैट्रोफ (रतन जोत ) को रोजगार के अपर अवसर दिखें तो उन्होंने झाबुआ जिले की ग्राम पंचायत हत्यादेहली की यात्रा करी एवं लोगो को जेट्रोफा (रतनजोत ) से रोजगार के लिए प्रेरित किया वही इन्डियन ऑइल कंपनी की एक टीम ने हत्या देहली मई काम करना शुरू किया परंतु जीतनी मात्रा मै जेट्रोफा के बीज का उतपादन चाहिये उतना हो नहीं पाया इस लीए यह प्रोजेक्ट बंद करना पड़ा परन्तु जो भी कारण रहा हो पर यहाँ वैद्द कारोबारियों की नजर झाबुआ जिले पर पड़ी और उन्होंने यहाँ पर धीरे धीरे पाव पसारे और बायो डीज़ल के नाम पर काम शुरू किया जिसमे आज झाबुआ जिला मध्यप्रदेश का नंबर एक का जिला बन गया अवैध बायो डीज़ल के नाम पर कोई केमिकल बेचा जा रहा है आज झाबुआ जिले के नेशनल हाइवे 47 हो या स्टेट हाईवे रतलाम अलीराजपुर कही भी खड़े हो कर टेंकर मै डिलेवरी मशीन लगा कर बेचना शुरू कर देते है अभी झाबुआ के पास नेशनल हाइवे 47 जहां गैस अथॉरिटी का कंप्रेसर लगा है वहां पर भी शुरू किया जहां पर अगर कोई हादसा होता है तो गैस लाइन जो की हजीरा से विजयपुर जा रही है एलपीजी गैस जो की घरेलू उपयोग मै आती है जिस की जानकरी सरकार को है फिर भी प्रशासन आँखे मुद कर बैठा प्रशासन के नाक के निचे यह अवैध कारोबार फ़लफ़ूल रहा है और पेटलावद हादसा का इंतजार कर रहा है