सौ किलोमीटर लंबे रतलाम झाबुआ रोड का सर्वे कार्य अब लगभग अपनी पूर्णता को प्राप्त कर चुका है।एमपीआरडीसी द्वारा मरम्मत करने, रोड को चौड़ा करने एवं घुमावदार टर्न हटाने हेतु अगस्त के प्रथम सप्ताह में सर्वे प्रारंभ किया गया था।
उक्त रोड निर्माण हेतु थांदला बाईपास समेत कारवड़,खवासा एवं बामनिया बाईपास पूर्व में ही प्रस्तावित कर दिए गए थे। वर्तमान रोड की मरम्मत,पुलिया निर्माण एवं चौड़ाई विशेष रूप से निर्माण योजना में अहमियत रखती है।आमतौर पर सर्वे में प्रस्तावित विकल्पों में से उपयुक्त विकल्प चिन्हित कर प्रक्रिया निष्पादित की जाति है।
सर्वे टीम पटवारी के साथ मिलकर उस जगह का सर्वे किया जाता है जहां से बाईपास निकाला जाना है, ताकि ये पता चल सके किसकी कितनी ज़मीन बाईपास में जाएगी ओर उसका उचित मुआवज़ा मुहैया करवाया जा सके।
अगस्त से प्रारंभ हुआ सर्वे अब अपने अंतिम पड़ाव में होकर शीघ्र ही जिले वासियों को कुशल रोड परिवहन से लाभांवित करेगा।
उक्त रोड का निर्माण हो जाने से न सिर्फ रतलाम झाबुआ की दूरी कम समय में तय होगी बल्कि गुजरात से जुड़ा होने के चलते आने जाने में भी सहूलियत रहेगी।
ब्यूरो प्रादेशिक जन समाचार