झाबुआ

भाजपा की छवि धूमिल करता पिटोल बैरियर पर इंट्री का खेल…

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झाबुआ – यदि आप व्यावसायिक वाहन मालिक है या फिर चालक है तो पिटोल बैरियर पर इंट्री शब्द से आप भली-भांति वाकिफ होंगे । चूकि वह कोन अधिकारी है जो आपके वाहन को , आपसे सड़क पर आगे बढ़ने के रूपये मांग रहा है जिसकी आपको कोई रसीद भी नहीं दी जाती है असल मे वो उस कुर्सी पर या एसी कमरों में बैठने वाला अधिकृत व्यक्ति ही है या कोई अनाधिकृत व्यक्ति है जिसे उस कुर्सी पर बैठ कर उगाही तो ठीक , बैरियर पर हो रही दलाली प्रथा के माध्यम वाहन चालकों से अवैध राशि , इंट्री के नाम से वसूली जा रही है ।

यहा बात हो रही है ,अंतरप्रांतीय चेक पोस्ट पिटोल बेरियर की । यदि इस चेकपोस्ट के किसी भी ओर आने जाने वाले ट्रक, टेंकर चालक को रोक कर सिर्फ “इंट्री” ही कहा जाए , तो आपको सारी हकीकत पता चल जाएगी । प्रश्न यह है कि एसी कमरों में बैठकर वह कौन अधिकारी हैं जो इस तरह की वसूली अभियान की जानकारी होते हुए भी अनजान बनकर बैठा है । यदि कोई भी ईमानदार अधिकारी और जिम्मेदार जनप्रतिनिधि बिना किसी सूचना के इस बैरियर के आसपास खड़े होकर सुबह से शाम तक वाहन चालको से संपूर्ण जानकारी ले ले और इंट्री शब्द का मतलब समझ ले , तो संभवत यह बहुत बड़ा अवैध उगाही का स्थान साबित होगा । कई ट्रक व ट्राले चालकों का कहना हैं कि इन बडे वाहनों से अलग से इंटी ली जाती है , इस कारण कई ड्राइवर व भार वाहन चालक आए दिन हो रहे है परेशान व कई बार वाद विवाद भी होते है व कई झगड़े की नौबत भी आ जाती हैं । बिना बील के माल के कारण ,भारी भरकम वाहनों को बीच रास्ते से निकालने के 20,000 हजार से लेकर 50 हजार तक वसूले जाने की शिकायतें भी बार-बार आती हैं । वही इंट्री के नाम पर जो अवैध वसूली हो रही है उसमें परिवहन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों और कंपनियों के ठेकेदारों का गजब का तालमेल हैं और दोनों ही मिलकर शासन को रोजाना लाखों रुपए का राजस्व का चूना लगा रहे हैं । वही अधिकारी की गैर जिम्मेदाराना कार्यप्रणाली के कारण ठेकेदार के कर्मचारी के द्वारा रोजाना लाखों के वारे न्यारे किए जा रहे हैं । आखिर इन निजी कर्मचारियों की जांच कयो नही की जा रही है …? आखिर क्यों निजी कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है …..? आखिर क्यों बैरियर पर बैठे जिम्मेदार अधिकारी एसी कमरों में बैठकर सिर्फ आराम फरमा रहे हैं…..?

संभवतः पूरे मामले में सेटिंग और वसूली का पूरा कारोबार निचले स्तर से लेकर ऊपर तक के अधिकारियों तक जाता है ।यदि ऐसा नहीं होता तो जिम्मेदार अधिकारी इन अवैध वसूली करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर अब तक कार्रवाई जरूर कर देते। इस तरह की अवैध उगाही इंट्री के नाम को लेकर झाबुआ के कुछ जागरूक नागरिक माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के झाबुआ आगमन पर , आवेदन देकर कार्रवाई हेतु प्रयासरत है । आवेदन के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया जाएगा कि किस तरह भाजपा की छवि धूमिल करता पिटोल बैरियर पर इंट्री का खेल । इस पूरे मामले में आमजन की मांग है । कि इस प्रकार अंतर राज्य बेरियर पर हो रही वसूली की कार्रवाई को बंद कराया जाना चाहिए, ताकि दूसरे राज्यो में भी जिले कि छवि धूमिल न हो ।

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