झाबुआ

अब जिला स्तरीय जनजातीय संत सम्मेलन में धर्मांतरण विरोधी स्वर हुए प्रखर

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जनजाति विकास मंच झाबुआ द्वारा जिला स्तरीय जनजातीय संत सम्मेलन का आयोजन स्थानीय वनवासी कल्याण आश्रम में किया गया।जिले के संत समाज का प्रतिनिधित्व करते हुए जिले भर से 200 से अधिक संत उपस्थित हुए।

संत श्री कानुराम जी महाराज द्वारा अपने उद्बोधन में झाबुआ जिले में संचालित की जा रही अवैध ईसाई धर्मांतरण की गतिविधियों को लेकर विरोध दर्ज कराते हुए मिशनरी गतिविधियों की कड़े शब्दों में निंदा की।उन्होंने कहा कि हमारा जनजाति समाज भोला भाला है एवं विदेशी षड्यंत्र में फंसता जा रहा है।जनजातीय समाज की एक बड़ी आबादी दुष्प्रचार एवं प्रलोभन के चलते अपनी रूढ़िगत परंपराओं एवं संस्कृति से दूर होती जा रही है।सभा में उपस्थित जनजातीय समाज के प्रबुद्धजनों से इस प्रकार के धर्म परिवर्तन के विदेशी षड्यंत्र के विरोध में समाज को संयुक्त रूप से आंदोलित करने का आह्वान किया गया।


संत सम्मेलन में रूद्र पूरी महाराज द्वारा कहा गया कि हमें संत समाज को केवल मठ मंदिर में तक सीमित नहीं रखना है,वरन,जनजाति समाज के सर्वांगीण विकास हेतु सक्रियता में वृद्धि लाने के प्रयास तेज करना है।रूद्र पूरी महाराज द्वारा वृहद जनसंपर्क एवं जनजागरण अभियान प्रारंभ करने की जरूरत पर जोर दिया गया।

महामण्डलेश्वर भग्गा जी महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि जनजाति समाज की दशा एवं दिशा सुनिश्चित करना संत समाज का उत्तरदायित्व है, एवं वर्तमान परिपेक्ष में हमारी सक्रियता अथवा निष्क्रियता सम्पूर्ण जनजाति समाज के भविष्य की नींव रखेगी।

सम्मेलन के मुख्य वक्ता जनजाति विकास मंच प्रांतीय जनजाति कार्य प्रमुख श्री कैलाश अमलियार द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि हमें संत समाज के निर्देशन में समाज को हर आयाम में मजबूत बनाना है एवं धरातल पर विकास कार्यों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करना है।श्री अमलियार जी द्वारा आगामी 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा का जन्मदिन व्यापक स्तर पर धूम धाम से मानकर समाज की संस्कृति व परंपराओं को नष्ट कर रही विदेशी धार्मिक षड्यंत्र कारी शक्तियों को झाबुआ क्षेत्र से उल्टे पांव वापस लौटने का संदेश देने की बात कही गई।भगवान बिरसा मुंडा जयंती संपूर्ण भारत में जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाई जाएगी,विशेष तौर पर जनजाति बाहुल्य झाबुआ में वृहद एवं भव्य रूप से इसे जनजाति गौरव दिवस के रूप में मानकर क्षेत्र में संचालित अवैध धार्मिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने का संदेश देने की बात कही गई।


जिले भर के संपूर्ण संत समाज ने एक स्वर में धर्मांतरण विरोध एवं विदेशी षड्यंत्रकरी ताकतों के खिलाफ डटकर खड़े रहने और जनजाति समाज के सर्वांगीण विकार हेतु प्रतिबद्धता का संकल्प गृहण किया।


इस दौरान बदु भगत, शैतान भगत, मांगीलाल भगत, दिवान जी महाराज, तोलिया भगत, गुड्डू जी भगत, मगन जी बबेरिया, वालसिंह मसानिया, शैलेन्द्र सोलंकी, संजय भाबर, शान्तु बारिया, महेश मुजाल्दे, जिला संगठन मंत्री गौरसिंह कटारा आदि मौजुद थे।
कार्यक्रम का आभार श्री अल्केश मेडा ने माना।

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