धार 30 अक्टूबर 2021/ जिला कायर्क्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ने बताया कि विभाग के निर्देशानुसार बाल आरोग्य संवर्धन कायर्क्रम प्रारम्भ किया गया। जिला-धार में बाल आरोग्य संवर्धन कायर्क्रम अन्तगर्त गंभीर कुपोषित बच्चों के समेकित प्रबंधन हेतु अतिकम एवं कम वजन के बच्चों में से सैम एवं मैम बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें स्वस्थ बनाने हेतु अभियान प्रारम्भ किया गया। इस हेतु चिन्हित बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण, स्वास्थ्य परीक्षण, उपचार की व्यवस्था-एन.आर.सी. में भर्ती करना, आवश्यक दवाईयों की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित करना, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं पयर्वेक्षक द्वारा नियमित गृहभेंट (फाॅलोअप) आदि गतिविधियों का संचालन माह अप्रैल-मई 2021 से प्रारम्भ किया गया। माह अप्रैल-मई में प्रारम्भ इस अभियान अन्तगर्त माह 1 अप्रैल से 31 जुलाई की समयावधि के 904 बच्चों का चिन्हांकन किया गया, जो कि सैम श्रेणी में थे तथा मैम श्रेणी में 1847 बच्चों का चिन्हांकन किया गया था। बाल आरोग्य संवर्धन कायर्क्रम अंतर्गत निर्धारित प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए निर्मित साॅफ्टवेयर पर प्रत्येक बच्चे का प्रोफाईल बनाया गया तथा बच्चे से संबंधित आधारभूत जानकारी की प्रविष्टि की गई। प्रत्येक सप्ताह फाॅलोअप अंतर्गत बच्चे का वजन, पोषण आहार की उपलब्धता, स्वास्थ्य परीक्षण, उपचार की व्यवस्था एवं आवश्यक दवाईयों की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई, जिससे वर्तमान में सैम श्रेणी में 97 बच्चे तथा मैम श्रेणी में 663 बच्चे शेष हैं। बाल आरोग्य संवर्धन कायर्क्रम अंतर्गत निर्धारित प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए बच्चों का स्वस्थ बनाने का कार्यक्रम जिले में अनवरत जारी है। साथ ही प्रारम्भिक स्तर पर ही बच्चे को इन श्रेणी में आने से रोकने हेतु कुछ अन्य हस्तक्षेप यथा- पर भी कार्य किया जा रहा है। गर्भवती माताओं का शीघ्र पंजीयन, नियमित स्वास्थ्य जांच एवं आयरन फोलिक एसिड गोलियों का नियमित सेवन, पोषण की विशेष देखभाल, संस्थागत प्रसव एवं धात्री माता को पोषण सलाह, जन्म के तुरन्त बाद तथा 6 माह तक केवल स्तनपान की सलाह। 1000 दिवस की अवधारणा के पालन का प्रयास तथा बच्चों को सही समय पर ऊपरी आहार प्रारंभ कराना। हाथ धुलाई और स्वच्छता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को सेम एवं मेम प्रबंधन तथा पोषण वाटिका हेतु बार-बार जानकारी देना।