झाबुआ

आओ पता लगाएं :- परिवहन विभाग में वह कौन दलाल है जो विभिन्न बस मालिकों से महीना बंदी लेने की बात कह रहा है….।

Published

on

झाबुआ :- झाबुआ जिले में यूं तो वर्षों से परिवहन विभाग में सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होने के बाद भी दलाली प्रथा जोर शोर से चल रही है इस विभाग में बिना दलाल के कोई भी कार्य पूर्ण नहीं हो सकता हैं।इसी दलाली प्रथा अंतर्गत ,इस विभाग में बस मालिकों से भी महीना बंदी लेने की बात दलाल द्वारा कहीं जा रही है |

झाबुआ जिले में और जिले से अन्य राज्यों से सैकड़ों बसों का आवागमन रोजाना होता है कई अंतर प्रांतीय बसों के अलावा ट्रैवल्स की बसों का भी आगमन लगातार जारी है जिनमें से कई बसे ऐसी हैं जिनके पास अस्थाई परमिट होने पर भी यह बसें लंबी दूरी पर चल रही है यूं तो परिवहन विभाग की यह जिम्मेदारी है कि समय-समय पर इस तरह की बसों की चेकिंग की जाए और कागजी खानापूर्ति में कमी होने पर चालानी कार्रवाई भी की जाना चाहिए । सूत्रों के अनुसार झाबुआ जिले में बस मालिकों से विगत वर्षोंनुसार इस वर्ष भी महीना बंदी लेने की बात दलाल द्वारा की जा रही है । प्रसिद्ध देवी मां के नाम से संचालित बस के मालिक द्वारा भी अपनी बसों को जिले में आवागमन के लिए परिवहन विभाग के किसी दलाल द्वारा महीना बंदी लेने की बात कहीं गई है साथ ही महीना बंदी के साथ यह आश्वासन भी दिया गया कि आपकी बसों पर किसी भी तरह की कोई भी कार्यवाही नहीं की जावेगी । और आप यह महीना बंदी नहीं देते हो , तो समय-समय पर आपकी बसों पर कार्रवाई की जाएगी । अब यह दलाल कोई प्रशासनिक हैं या फि राजनीतिक है या फिर कोई निजी दलाल हैं या फिर कोई. ओर….यह जांच का विषय है…? प्रथम दौर मे जिस बस मालिक से महीना बंदी की बात कही गई ,उसके पास करीब 30 से 40 बसे है । और जरूर है कि इस दलाल द्वारा पिछले वर्षो की तुलना में इस वर्ष आधी ही राशि ,महीना बंदी के रूप में मांगी गई हैं । जिससे इस बस मालिक ने राहत की सांस ली…। क्योंकि पूर्व के वर्षों में दलाल दारा ,इस वर्ष की तुलना में दुगूनी राशि वसूली जा रही थी । जो इस वर्ष आधी ही राशि की मांग करने पर निजी बस संचालक / बस मालिक में खुशी की लहर है और जब यह बात अन्य बस मालिक को पता लगी तो सभी इस तरह की कटौती को लेकर खुश नजर आ रहे हैं । यह तो सिर्फ एक उदाहरण था जिससे यह पता चला कि विभिन्न बस मालिकों से बसों के संचालन के लिए राशि की मांग भी की जाती है यदि इस तरह जिले में बसों की गणना की जाए ,तो सैकड़ों बसे हैं और यदि उसका गुणा दलाल द्वारा प्रति बस के हिसाब से की जा रही उगाई से किया जाए , तो एक बहुत बड़ी रकम इस दलाल द्वारा अवैध रूप से उगाही की जा रही है …? प्रश्न यह है कि जो राशि इस दलाल द्वारा अवैध रूप से उगाही की जा रही है वह राशि किन-किन लोगों में बटती है या फिर सारी राशि दलाल स्वयं ही रख लेता है यह जांच का विषय है । आखिर इस दलाल को किस का संरक्षण प्राप्त है । आओ पता लगाएं:- परिवहन विभाग में वह कौन दलाल है जो विभिन्न बस मालिकों से मासिक बंदी लेने की बात कह रहा है ….? और राशि नहीं देने पर बसों पर कार्रवाई की बात भी कह रहा है ।

Trending