कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर श्री मिश्रा ने कन्या पूजन के साथ किया
झाबुआ, 9 नवंबर 2021। धन्वंतरी जयंती के उपलक्ष्य पर आयुष विभाग जिला झाबुआ द्वारा 6 वाँ राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया गया, जिसके अंतर्गत ’पोषण हेतु आयुर्वेद’ के थीम पर फ़ूड फेस्टिवल एवं संगोष्ठी का आयोजन जिला आयुष कार्यालय झाबुआ में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा जी के द्वारा आयुर्वेद के प्रवर्तक भगवान धन्वंतरी जी के चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन व कन्या पूजन कर किया गया। जिला आयुष अधिकारी डॉ प्रमिला चौहान ने पधारे अतिथियों का पुष्प गुच्छ के द्वारा स्वागत किया एवं स्वागत उद्बोधन के साथ आयुष विभाग के द्वारा की जा रही गतिविधियों के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया। कलेक्टर श्री मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि, आयुर्वेद चिकित्सा विज्ञान के साथ साथ सम्पूर्ण जीवन विज्ञान है, साथ ही सभागार में उपस्थित समस्त आयुष चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ़ को संबोधित करते हुए कहा कि समाज मे आपकी सहभागिता ऐसी हो कि आयुर्वेद व योग के माध्यम से जनसमुदाय को होने वाली बीमारियों से पूर्व में ही सुरक्षित किया जाए एवं सुपोषण हेतु आयुर्वेद को अपनाने के लिए अधिक से अधिक लोगों को संगोष्ठियों के माध्यम से प्रेरित किया जाना चाहिए। आयुष विंग झाबुआ में पदस्थ वरिष्ठ आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. मीना भायल द्वारा कोरोना काल मे आयुष विभाग के द्वारा किये गए कार्यो की जानकारी दी गई एवं जिला आयुर्वेद चिकित्सालय के डॉ. कलम सिंह बारिया ने महिला एवं बाल विकास से आये कर्मचारियों व कार्यकर्ताओं को सुपोषण हेतु अभ्यंग व अश्वगंधा, बला ,शतावरी, जैसी बल्य औषधियों के प्रयोग पर परिचय दिया। जिला कलेक्टर महोदय व पधारे अतिथियों ने पोषण आहार से संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन किया जिसका पूरा विवरण डॉ. कैलाश पाटीदार डॉ. नीलिमा चौहान, डॉ. रागिनी शिवहरे, डॉ. गुफरान बैग द्वारा बताया गया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे डॉ प्रवेश उपाध्याय ने धन्वंतरि वंदना प्रस्तुत करी व साथ ही आयुर्वेद के मूल सिद्धान्तों पर प्रकाश डाला। अतिथियों में डॉ सी एल वर्मा, डॉ. ए. के. पाठक, डॉ. वी. डी. शर्मा, डॉ. देराश्री आदि वरिष्ठ चिकित्सक उपस्थित रहे। आयुष विभाग द्वारा पधारे मुख्य अतिथि कलेक्टर महोदय व अन्य अतिथियों को भगवान धन्वंतरि का चित्र स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया गया। पधारे सभी अतिथियों का आभार डॉ. दीपेश कठौता द्वारा ज्ञापित किया गया