झाबुआ – जिले में अधिकारियों की मनमानी कार्यशैली का दौर जारी है जिले में आज भी कई अधिकारी एसी कमरों में बैठकर जिले की योजनाओं को संचालित कर रहे हैं जबकि जिला कलेक्टर सोमेश मिश्रा स्वयं मैराथन भ्रमण कर गांव गांव फलिया फलिया पहुंचकर आम जनों की समस्याओं को सुन रहे हैं साथ ही साथ वैक्सीनेशन के लिए भी आमजन को प्रेरित भी कर रहे हैं लेकिन जिले का एक अधिकारी इन सब से विपरीत अपने ही आरामदायक जीवन के लिए नए नए प्रयोग भी कर रहा है जिले के अधिकारी ने अपने शासकीय आवास पर एक नए तरह का …. हाउस का निर्माण किया है यह हाउस संभवत शासन द्वारा स्वीकृत भी नहीं किया गया है और ना ही शासन द्वारा है इस हेतु कोई विशेष बजट भी दिया गया है । लेकिन फिर भी अधिकारी के बंगले पर यह विशेष प्रकार का …. हाउस का निर्माण हो रहा है जो आज झाबुआ के चौराहों पर चर्चा का विषय बना हुआ है । करीब 8 से 10 लाख रुपए की लागत से बनाया गया यह विशेष … हाउस संभवत: आमजन के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है सबसे बड़ा प्रश्न यह है कया कि इस तरह के …. हाउस निर्माण के लिए शासन द्वारा स्वीकृति दी गई और बजट भी …? यदि नहीं…. तो फिर इस …. हाउस निर्माण के लिए राशि का प्रबंध कहां से किया जा रहा है कया यह अधिकारी स्वयं के निजी व्यय पर इस विशेष प्रकार के …. हाउस का निर्माण कर रहा है यह भी संभव नहीं है क्योंकि शासकीय कर्मचारी अस्थाई तौर पर यहां निवास करते हैं पर करीब 3 से 4 वर्ष बाद स्थानांतरण हो जाता हैं तो इतनी लागत लगाकर निर्माण करना संभव नजर नहीं आ रहा है । अब यह विचारनीय हैं कि शासन द्वारा विशेष प्रकार के …. हाउस के लिए बजट नहीं दिया गया और न हीं निजी तौर पर यह विशेष ….हाउस का निर्माण किया जा रहा है तो फिर इस तरह के विशेष प्रकार के ….हाउस के लिए राशि की व्यवस्था कहां से की जा रही है यह सबसे महत्वपूर्ण है । इसकी जांच भी की जाना चाहिए । आओ पता लगाएं :- जिले में किस अधिकारी के बंगले पर बन रहा है विशेष प्रकार का…. हाउस….?