रतलाम 11 नवम्बर 2021/ कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम के निर्देश पर उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री विजय चौरसिया द्वारा जिले की उर्वरक फर्मों के स्टाक की समीक्षा की गई। समीक्षा में फर्मों पर अत्यधिक मात्रा में उर्वरकों का भण्डारण होना तथा किसानों को वितरण न करने के कारण जिले में कृत्रिम कमी निर्मित करने के उद्देश्य से उर्वरक का भण्डारण होना दर्शित होने तथा उर्वरक की कालाबाजारी करने का वातावरण निर्मित करने की कोशिश किए जाने की मंशा होने के कारण तथा कृषक जान-बूझकर परेशान हो, इस कारण से अत्यधिक उर्वरक के भण्डारण करने की मंशा कर रहे हैं।
श्री चौरसिया द्वारा मेसर्स कोठारी सेल्स एजेंसी रतलाम, राठौर केमिकल्स एण्ड फर्टिलाइजर्स नामली, श्री फर्टिलाइजर्स एण्ड मशीनरी धराड, जय किसान फर्टिलाइजर्स धराड, वन्दना ट्रेडर्स बांगरोद, आस्था कृषि सेवा केन्द्र रावटी, मनीष एग्रो एजेंसीज रावटी, अनोखीलाल एण्ड संस जावरा, जवाहर ट्रेडर्स जावरा, धरमचन्द्र पंकज कुमार जावरा, रत्नेश कुमार वल्लभ कुमार जावरा, कमलेश कुमार नन्दकिशोर राठौड बाजना, श्री चारभुजा ट्रेडिंग कम्पनी जावरा, बंशीलाल भागीरथ पोरवाल जावरा, दुर्गा बीज भण्डार पिपलौदा, लक्ष्मी खाद भण्डार सरवन, मेहता खाद भण्डार सैलाना, शांतिलाल शीतल कुमार मेहता सैलाना को उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 की धाराओं में दिए गए प्रावधानों तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धाराओं में प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए क्यों ना शासन भण्डारित उर्वरकों को अधिग्रहित कर किसानों में वितरण कराएं।
उपसंचालक ने बताया कि चूँकि उर्वरक आवश्यक वस्तु होने के कारण जिले के कृषकों को उर्वरक ना मिलने के कारण जिले में कोई अप्रिय स्थिति निर्मित होने के लिए दोषी मानते हुए कार्यवाही कलेक्टर से कराई जाने हेतु प्रस्ताव भेजने हेतु कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है।