बंद को व्यापारियों ने भी प्रदान किया पूर्ण सहयोग समस्त हिन्दू संगठनों और व्यापारी संघों ने एकजुट होकर रैली निकालकर मप्र के मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम एवं एएसपी को सौंपा ज्ञापन, सभी आरोपियों की गिरफतारी कर फांसी की सजा देने की मांग
झाबुआ। मप्र और गुजरात की बार्डर पर लगने वाले जिले के पिटोल स्थित पंप पर 12 दिसंबर की देर रात को जिला चिकित्सालय झाबुआ में कार्यरत एक गार्ड विनोद मेड़ा निवासी कालिया बड़ा की चाकू घोपंकर गुजरात के गौधरा के 8 दरिंदो द्वारा बेरहमी से हत्या करने से संपूर्ण झाबुआ जिले में इस घटना को लेकर तीव्र आक्रोश है। चारो ओर एक ही मांग उठ रहीं है कि इस हत्याकांड के सभी दोषी आरोपियों की गिरफतारी कर उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए। इसी क्रम में हिन्दू युवा जनजाति संगठन के बेनर तले विभिन्न आदिवासी एवं हिन्दू संगठनों ने मिलकर 14 दिसंबर, मंगलवार को झाबुआ बंद का आव्हान किया गया था। जिसे पूर्ण समर्थन प्राप्त हुआ। जिला मुख्यालय झाबुआ सहित आसपास के सभी क्षेत्रों में इस घटना के विरोध मे आधे से भी अधिक दिन व्यापारियो ने अपनी दुकाने बंद रखी। इस दौरान घटना स्थल पिटोल में बंद का व्यापक असर देखने को मिला। जिला मुख्यालय झाबुआ की बात करे तो शहर में सुबह से ही सभी दुकाने बंद रहीं। केवल इमरजेंसी में मेडिकल एवं पेट्रोल पंप खुले रहे।
युवाओं ने किया शहर भ्रमण सुबह से ही हिन्दू युवा जनजाति संगठन के साथ विश्व हिन्दू परिषद्, भारतीय जनता युवा मोर्चा एवं भाजपा की ओर से भी समर्थन प्रदान करते हुए पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने पूरे शहर में घूमकर जो इक्का-दुक्का दुकाने खुली थी, उन्हें भी सख्ती से बंद करवाया। इस दौरान मेन बाजार एवं थांदला गेट पर खुली सब्जी की दुकाने एवं फल-फ्रूट आदि ठेलागाड़ियां भी बंद करवाई गई। स्व. विनोद मेड़ा को न्याय दिलवाने की मांग को लेकर युवाओं ने जमकर नारेबाजी भी की। इनकी रहीं उपस्थिति इस दौरान विशेष रूप से हिन्दू युवा जनजाति संगठन के मप्र संरक्षक लक्ष्मणसिंह बारिया एवं मप्र मीडिया प्रभारी विजय मेड़ा के साथ पूर्व विधायक झाबुआ शांतिलाल बिलवाल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष भानू भूरिया, भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष मांगीलाल भूरिया, प्रमोद कोठारी, कैलाश भाबोर, बजरंग सेना से जिलाध्यक्ष मयूर पंवार, जिला सचिव स्वीट गोस्वामी, नगर गौ-रक्षा प्रमुख उत्साह बरड़िया, विहिप से जोगाभाई सिंगाड़ एवं हिमांशु त्रिवेदी, श्री राष्ट्रीय करणी सेना से झाबुआ तहसील प्रवक्ता रविराजसिंह राठौर, सुनिल चौहान आदि सहित अनेक युवाओं ने इस घटना को लेकर अपना जमकर विरोध प्रकट किया। बाजारों मंे छाई रहीं विरानी उधर बंद को लेकर झाबुआ के मुख्य बाजारों सहित तिराहो-चौराहों पर भी विरानी देखने को मिली। सभी दुकाने पूर्णतः बंद रहीं। बाजारों में पुलिस सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात रहे। इस दिन शासकीय कार्यालय सहित सभी शासकीय-अर्द्धशासकीय स्कूले खुली रंहीं, जिन्हें बंद से पृथक रखा गया। विरोध खत्म होने के बाद शाम 4 बजे पश्चात् अधिकांशतः दुकाने खुल गई। इस बीच जयस संगठन की ओर से भी रैली निकालकर झाबुआ के बाजारांे में घूमकर खुली दुकाने बंद करवाई गई। सकल व्यापारी संघ झाबुआ ने प्रदान किया पूर्ण सहयोग सकल व्यापारी संघ झाबुआ अध्यक्ष संजय कांठी ने अपने व्यक्तत्व में कहा कि पिटोल में कोरोना वारियर्स विनोद मेड़ा की जघन्य हत्या का सकल व्यापारी संघ घोर निंदा करता है। यह अत्यंत ही दर्दनाक एवं क्रूर घटना है। जिसमें गुजरात के गौधरा में क्रिमिनल अपराधियों ने मप्र की सीमा पिटोल में आतंक मचाते हुए श्री मेड़ा की बीच-बचाव करने के लिए आने पर सीने पर चाकू मारकर जघन्या हत्या कर दी। घटना में 4 आरोपी गिरफतार हो चुके है। शेष 4 आरोपी फरार है। सकल व्यापारी संघ ने जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन से शेष बचे 4 आरोपियों को भी जल्द ही गिरफतार कर सभी पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही इसी को लेकर विभिन्न हिन्दू संगठनों द्वारा करवाएं गए बंद को भी पूर्ण सहयोग प्रदान किया। रैली निकालकर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन दोपहर करीब 2 बजे बस स्टैंड से नारेबाजी के साथ रैली निकाली गई। सर्वप्रथम कलेक्टोरेट में एसडीएम झाबुआ एलएल गर्ग को ज्ञापन सौंपा। बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एएसपी आनंदसिंह वास्कले को ज्ञापन सौंपकर सभी ने विरोध जताया। ज्ञापन का वाचन हिन्दू युवा जनजाति संगठन के राष्ट्रीय संगठन प्रमुख कमल डामोर ने किया। पीड़ित परिवार की मद्द के साथ आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग दिए गए ज्ञापनों में 7 बिंदुओं में पिटोल हत्याकांड में मृतक युवक कोराना वारियर्स स्व. विनोद मेड़ा के परिवारजनों को 50 लाख रू. का मुआवजा तत्काल प्रदान किया जाने, मृतक स्व. मेड़ा परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाने, जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण ठीक से हो सके, सरकार सभी दोषियों को सजा देने हेतु जल्द से जल्द फास्ट ट्रेक कोर्ट का गठन करे और सभी 8 हत्यारो को फांसी दी जाए, झाबुआ जिले में कई राज्यों से अवैध रूप से आकर रह रहे लोगांे की चेकिंग अभियान चलाकर शिनाख्त की जाने और जो किसी भी अपराध में पूर्व में लिप्त हो, तो ऐसे लोगों को जिले से तत्काल बाहर किया जाने, ताकि इस तरह प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना पाए, झाबुआ जिले में आश्रय देने वाले स्थानीय लोगांे पर कठोर कार्रवाई की जाने, संपूर्ण जिले के छोटे-बड़े कस्बों में एक वर्ग विशेष द्वारा चलाए जा रहे बूचड़खाने तत्काल बंद करवाए जाने, गुजरात-राजस्थान आदि राज्यों से आने-जाने वाहनों की सघन जांच बाद ही जिले में प्रवेश दिया जाने। साथ ही इसकी समुचित व्यवस्था सरकार द्वारा तत्काल करने के अतिरिक्त इस पूरे घटना को अंजाम देने वाले युवक गुजरात के गौधरा शहर से आते है, जहां सन् 2000 में चर्चित गौधरा कांड हुआ था, इसलिए इन युवकों के सभी परिजनों से गहन पूछताछ कर इनके आपराधिक घटनाओं में संलिप्त होने पर इन पर भी कड़ाई से कार्रवाई करने की मांग की गई।