झाबुआ। शहर सहित जिलेभर में बसों, जीपों, टाटा मेजिक वाहनों में ओवरलोडिंग के दृश्य आम हो चुके है। यात्री वाहनों में क्षमता से अधिक सवारियां बैठाकर सरेआम उनकी जान से खिलवाड़ किया जा रहा है लेकिन परिवहन विभाग मानो आंखें मूंद कर बैठा हुआ है । विभागीय कारवाई के अभाव है मे यह वाहन चालक मनमाने तरीके से यात्रियों को सफर करने पर मजबूर कर रहे हैं । यह फोटो झाबुआ के कॉलेज मार्ग का है। जिसमें एक तूफान जीप में ग्रामीण क्षेत्रों के यात्री तो अंदर ठसाठस बैठे होने के साथ ही स्कूली छात्र-छात्राएं भी इस तरह जीप के बाहर लटककर अपने गांव से झाबुआ पहुंची। उन्हे भी अपनी जान की बिल्कुल परवाह नहीं है। इस तरह के नजारे जिले में आये दिन आपको देखने को मिल सकते हैं जिसमे वाहनो के बहार सवारी लटकर सफर करने को मजबूर है । वही उन्हे भी अपनी जान की बिल्कुल परवाह नहीं है। इससे यह साफ प्रतीत होता है कि वर्तमान में जिला परिवहन विभाग महज दिखावे के लिए ओवहरलोडिंग वाहनों पर कारवाई कर रहा है। धरातल स्थल पर स्थिति कुछ इस तरह की है। विभागीय लापरवाही के कारण यात्री वाहनों में ओवरलोडिंग लगातार जारी हैं…. क्या शासन प्रशासन इस ओर ध्यान देकर इस तरह ओवरलोडिंग पर कोई कार्रवाई करेगा …या…परिवहन विभाग इस तरह के नजारे यूं ही देखता रहेगा…?