झाबुआ

अ‘‘ से अक्षर अभियान की समीक्षा बैठक सम्पन्न
सामाजिक संस्थाओं ने अपनी सहमति व्यक्त की
जिले से निरक्षरता का कलंक मिटाने के लिए हम सभी दृढ संकल्पित-कलेक्टर

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झाबुआ, 30 दिसम्बर 2021। कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा की अध्यक्षता में यहां कलेक्टेªट सभा कक्ष में ‘‘अ‘‘ से अक्षर अभियान की समीक्षा बैठक बुधवार को सम्पन्न हुई। इस बैठक में कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने बताया कि अ‘‘ से अक्षर अभियान जो पेटलावद क्षेत्र एवं थांदला क्षेत्र में संचालित किया जा रहा था। दिनंाक 29 दिसम्बर को कलेक्टर महोदय की अध्यक्षता में सामाजिक संस्थाओं के साथ बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें अ साक्षर लोगों को साक्षर बनाने के लिए आव्हान किया गया था। बैठक में सामाजिक संस्थाओं से आग्रह किया गया की वे भी अपना समय स्वेच्छिक रूप से देवे। जिससे जिले में निरक्षरता के कलंक को मिटाया जा सके। इस बैठक में रोटरी क्लब से श्री संजय काठी, श्री मनोज अरोरा, श्री अजय रामावत, व्यापारी संघ से श्री पंकज जैन मोगरा, सामाजिक महासंघ से श्री नीरज राठौर, श्री महेन्द्र राठौर, श्री राजू भाई धानक, एडवोकेट श्री उत्तम जैन, श्री कमलेश नाहर आदि उपस्थित थे। इनके द्वारा निरक्षरता के कलंक को दूर करने के लिए हर तरह से जिला प्रशासन को सहयोग करने का आस्वासन दिया है।

यह अभियान जिले की सभी जनपद पंचायत क्षेत्रों में 1 जनवरी 2022 से सभी व्यवस्था के साथ चलाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य असाक्षर लोग केवल अपने हस्ताक्षर ही नहीं वरन् साक्षर इस तरह से किया जाएगा कि वे हस्ताक्षर करने के पूर्व जो भी दस्तावेज हो उन्हें अच्छे से पढ़ सके एवं वर्तमान में सायबर क्राइम जो मोबाईल के जरिये हो रहा है। उससे सावधानी रख सके। मंशा यह है कि आज हर लोग मोबाईल का उपयोग कर रहे हैं एवं जरा सी गलती से अपने को आर्थिक नुकसानी पहुचा सकते हैं। इस कारण साक्षर बनाने के लिए ‘‘अ‘‘ से अक्षर अभियान जिसमें निजी स्कूलों के संचालकों एवं शिक्षकों की इस बैठक में सभी ने एकजुट होकर ‘‘अ‘‘ से अक्षर अभियान में निरक्षर लोगों को पढ़ाने के लिए अपनी सहमति व्यक्त की है। श्री मिश्रा ने बताया कि इस संबंध में आवश्यक सभी व्यवस्थाएं एक मंच पर आपकों प्रदान की जाएगी। आपसे अपेक्षा हैं कि आप अपना कुछ समय निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने के लिए संकल्प लेकर ग्रामीण लोगों को जिसकी उम्र 40वर्ष से 45 वर्ष के उपर है उन्हें शिक्षित करें। इस कार्य हेतु शासकीय एवं अशासकीय संस्थाए भी अपना कार्य करेंगी। ग्रामीण महिलाओं को भी इस अभियान में साक्षर होने के लिए प्रेरित किया जाए। जिससे उनका पूरा परिवार साक्षर हो सके एवं अपने बच्चों को साक्षर करने के लिए अपनी अहम भूमिका निभाएं। ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल में एक साक्षरता का कोना यहां पर गुरूकुल जैसी पढ़ाने की व्यवस्था स्थापित की गई है। जहां पर ज्ञान का पिटारा में पुस्तकें एवं ज्ञान वर्द्धक कीट उपलब्ध करवाई गई है। श्री मिश्रा ने बताया कि अभी हाल में ही ग्राम नरसिंहरूण्डा में लोगों ने कोरोना वैक्सीन के प्रथम डोज एवं द्वितीय डोज लगवा कर प्रदेश में आदिवासी क्षेत्र में सर्वप्रथम शत प्रतिशत टीकाकरण करवा कर एक मिशाल पेश की है। जिसका मुख्य कारण इस गांव में शत प्रतिशत साक्षरता का होना है। बैठक में अशासकीय शैक्षणिक संस्थाओं के संयोजक श्री ओमजी शर्मा द्वारा बताया कि समाज में अशिक्षा के कलंक को दूर करने के लिए हम सभी एकजुट हैं और हमारे लिए यह गर्व की बात होगी की हम शत प्रतिशत लोगों को साक्षर बना सके। इस तरह का वातावरण भी हम तैयार करेंगे। जिसमें रैली, गाने बजाने से शुरूवात करेंगे। हम समाज के लिए काम करेंगे। हम विश्वास दिलाते है कि हम इसमें सफल होंगे। इसके पूर्व सर्वे आदि सभी आवश्यक व्यवस्था पूर्ण कर ली जाएगी।
इस बैठक में श्री मिश्रा द्वारा पेटलावद एवं थांदला विकास खण्ड से जुडे एनजीओ एवं से ‘‘अ‘‘ से अक्षर अभियान में किये जा रहे प्रयासों के संबंध में चर्चा की एवं इस क्षेत्र में कार्य कर रहे एनजीओ इस अभियान से जुडकर अधिक प्रगति लाए एवं प्रत्येक विकासखण्ड में साक्षरता शतप्रतिशत हो। कलेक्टर श्री मिश्रा के द्वारा साक्षरता के क्षेत्र में पेटलावद एवं थांदला के कार्यो की प्रगति जिसमें एनजीओ एवं बीआरसी को जिम्मेदारी दी गई थी। पूर्व से चल रहे विकास खण्ड पेटलावद एवं थांदला क्षेत्र के जो 50-50 ग्राम लिये गये है वहां पर साक्षरता के संबंध में सामग्री प्रदान की जा चुकी है। महिलाओं को पढ़ाने के लिये विशेष प्रयास करने के निर्देश दिये।
इस बैठक में अपर कलेक्टर श्री जे.एस.बघेल, जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त श्री प्रशांत आर्या, टीआरआईएफ श्री सोहल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री ओ.पी.वनडे, डीपीसी श्री सोलंकी, श्री जगदीश सिसोदिया, श्रीमती अन्नू भाबर, एनजीओ संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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