झाबुआ में वाहन चैकिंग के नाम पर हो रहीं अवैध वसूली एवं बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर अभाविप ने रैली निकालकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर दिया धरना, एएसपी को सौंपा ज्ञापन
लगातार हो रहीं घटनाओं में कार्रवाई नहीं होने पर संपूर्ण जिले में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी
झाबुआ। शहर में वाहन चैकिंग के नाम पर पुलिस द्वारा की जा रहीं अवैध वसूली, शहर की बिगड़ रहीं कानून व्यवस्था एवं नशे के कारोबोर में लिप्त लोगांे के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने 1 जनवरी, शनिवार को दोपहर रैली निकालकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर यहां नारेबाजी के साथ एएसपी को ज्ञापन सौंपा।। जिसमें विगत दिनांे में अभाविप के एक पदाधिकारी के साथ थाना प्रभारी झाबुआ एवं दो अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा की गई बदसलूकी का भी जिक्र करते हुए इन तीनों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की। अभाविप द्वारा संपूर्ण मामलों में तीन दिन के भीतर कार्रवाई नहीं होने पर जिलेभर में उग्र आंदोलन करने की भी चेतावनी दी गई। रैली शहर के राजगढ़ नाका से नारेबाजी के साथ निकाली गई। जिसका नेतृत्व अभाविप के जिला सह-संयोजक दर्शन कहार, नगर मंत्री वैभव जैन, आशु पंवार, आयुष मिश्रा, पवन परमार, मेघनगर अध्यक्ष विनम्र जैन, साकिब सैयद आदि ने करते हुए यह रैली डीआरपी लाईन तिराहा होते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। रैली में बड़ी संख्या में परिषद् से जुड़े युवा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के साथ काॅलेज के छा़त्र-छात्राएं भी सम्मिलित हुए। रैली के पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचने पर सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के साथ छात्र धरने पर बैठ गए। इस बीच परिषद् एवं छात्र-छात्राओं की समस्या एवं मांग जानने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंदसिंह वास्कले, डीएसपी तथा एसडीओपी झाबुआ इडल मोर्य आदि उपस्थित हुए। बिगड़ती कानून व्यवस्था में हो सुधार इस दौरान अपने संबोधन में अभाविप के जिला सह-संयोजक दर्शन कहार ने बताया कि शहर में वाहन चैकिंग के नाम पर पुलिस अधिकारी-कर्मचारी अवैध वसूली कर रहे है। शहर की कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ रहीं है। नशे के काराबोर में भी तेजी से वृद्धि हो रहंी है। जिस पर अंकुश लगना अत्यंत आवश्यक है। यदि पुलिस प्रशासन ने इस पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया, तो भविष्य में स्थित अत्यंत ही भयावह होगी। थाना प्रभारी एवं अन्य दो पुलिसकर्मियों ने की अभाविप पदाधिकारी के साथ बदसूलकी……
इस दौरान परिषद् के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को बताया कि विगत दिनों अभाविप के एक पदाधिकारी का वाहन चेकिंग के दौरान चालान काटने के बजाय उससे थाना प्रभारी झाबुआ एवं उनके वाहन चालक और एक अन्य आरक्षक ने बदसलूकी की। इस संबंध में पुलिस थाने पर थाना प्रभारी से चर्चा करने पर उनके द्वारा राजनीति से प्रेरित होकर बात करना अत्यंत ही अशोभनीय है। अभाविप ने इस मामले मे भी अतिशीघ्र कार्रवाई की मांग की, नहीं तो ऐसे मामले में भी आंदोलन का रूख अख्तीयार करने की चेतावनी दी। ज्ञापन सौंपकर जताया रोष…… अंत में एएसपी आनंदसिंह वास्केल को परिषद् की ओर से ज्ञापन सौंपा गया। जिसका वाचन परिषद् के नगर मंत्री वैभव जैन ने किया। जिसमें मुख्य रूप से उल्लेख किया गया कि झाबुआ शहर तथा आसपास के क्षेत्रों में हो रहीं लगातार घटनाएं, बढ़ रहे नशे के अवैध कारोबार तथा यह कारोबार शहर में तेजी से फल-फूल रहा है। बावजूद इसके झाबुआ पुलिस इस पर अंकुश नहीं लगा पा रहीं है, जो आश्चर्य का विषय है। झाबुआ पुलिस द्वारा वाहन चैंिेकग के नाम पर छात्रांे तथा आम जनमानस से अवैध वसूली की जा रहंी है तथा छात्रों से अभद्र भाषा का उपयोग भी किया जा रहा है। जिसकी शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से करने पर उनके द्वारा कहा जाता है कि हम इस तरह से ही बात करते है। उनका सार्वजनिक रूप से यह व्यक्तव्य अत्यंत चिंताजनक एवं विचारणीय है। ज्ञापन में ऐसे मामले में जिम्मेदार लोगों को चिन्हीत कर उन पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग रखी गई। इनका कहना है – मुझ पर बदसलूकी करने का जो आरोप लगाया जा रहा है, वह सरासर गलत है। चालानी कार्रवाई करना पुलिस की सामान्य प्रक्रिया है। सुरेन्द्रसिंह गाडरिया, थाना प्रभारी, पुलिस थाना झाबुआ। – अभाविप की ओर से इस संबंध में ज्ञापन प्राप्त हुआ है। मामले में जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। आनंदसिंह वास्कले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक झाबुआ। – हमने पुलिस प्रशासन को जिम्मेदारों पर तीन दिन में कार्रवाई करने के लिए ज्ञापन सौंपा है। इस अवधि में कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन का भी रूख अख्तीयार किया जाएगा। दर्शन कहार, जिला सह-संयोजक, अभाविप झाबुआ।