आरएसएस का चन्द्रशेखर आजाद बस्ती का पथ संचलन निकला संचलन में युवा कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक लिया भाग
झाबुआ। आरएसएस द्वारा झाबुआ शहर को चार बस्तीयों में विभाजित कर पथ संचलन निकाला गया। अंतिम दिवस 5 जनवरी, बुधवार शाम को चन्द्रशेखर आजाद बस्ती का पथ संचलन हुआ। इससे पूर्व राजगढ़ नाका गरबा प्रांगण में हुए बौद्धिक में संघ के जिला बौद्धिक प्रमुख शुभम पंवार ने संघ में कार्यकर्ताओं की भूमिका पर प्रकाश डाला। शुभारंभ पर वक्ता जिला बौद्धिक प्रमुख शुभम पंवार के साथ जिला संघ चालक मानसिंह भूरिया, नगर संघ चालक सुभाष गिधवानी ने भारत माता, डॉ. केशवराव बलिराम हैडगैवार एवं श्री माधवराव सदाशिव राव गोलवलकर की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। बाद मुख्य वक्ता शुभम पंवार ने बताया कि जिस तरह किसी भी संस्था या संगठन को चलाने के लिए कार्यकर्ता की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। उसी तरह संघ में भी कार्यकर्ता की भूमिका महत्वपूर्ण है। शाखा से ही कार्यकर्ता का निर्माण होता है। वहीं यह कार्यकर्ता आगे चलकर समाज के विभिन्न क्षेत्रों मे आयाम रचता है। हमे संघ की शाखाओ से जुड़े रहना है। साथ ही उन्होंने हिन्दू संप्रदाय के एकीकरण पर भी जोर दिया।
इन मार्गों से निकला पथ संचलन प्रार्थना बाद यहां से पथ संचलन निकाला गया। जिसमें सैकड़ों स्वयं सैनिक, जिसमें विशेषकर युवाओं ने केसरिया ध्वज और बैंड की लय-ताल तथा घोष के साथ हाथों में दंड लेकर कदमताल करते हुए शहर के गोपाल कॉलोनी, राजगढ़ नाका, किशनुपरी, रामकृष्ण नगर, डीआरपी लाईन होते हुए समापन पुनः राजगढ़ नाका पर हुआ। पथ संचलन का जगह-जगह भव्य स्वागत भी हुआ। अंतिम दिवस चन्द्रशेखर आजाद बस्ती के पथ संचलन में गोपाल कॉलोनी, रामकृष्ण नगर, मोजीपाड़ा, किशनुपरी, डीआरपी लाईन, राजगढ़ नाका से जुड़े स्वयं सैनिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।