झाबुआ – अंकुरम इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों ने गणतंत्र दिवस के वर्चुअल आयोजन में बढ़ चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम का प्रारंभ शिक्षिकाओं के माध्यम से प्रार्थना करवा कर हुआ। कार्यक्रम को प्री प्राइमरी और प्राइमरी के बच्चों के लिए अलग अलग समय में आयोजित किया गया। प्री प्राइमरी में प्रार्थना के बाद राष्ट्र गीत गाया गया।
बच्चों को यह भी बताया कि 26 जनवरी क्यों मनाया जाता है। 26 जनवरी 1930 को पूर्ण स्वराज घोषित करने की तारीख को महत्व देने के लिए 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किया गया और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस घोषित किया गया। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में राष्ट्रपति महोदय द्वारा झंडा फहराया जाता है तथा राजपथ से लेकर इंडिया गेट तक परेड तथा भिन्न भिन्न राज्यों की झांकियां प्रस्तुत की जाती है। इस बार 26 जनवरी को भारत का 73 वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है।
शिक्षिकाओं द्वारा तिरंगे के तीनो रंगो की विशेषता बताई गई। केसरिया रंग को बलिदान का प्रतीक कहते हैं यह रंग राष्ट्र के प्रति हिम्मत और निस्वार्थ भावनाओं को दिखाता है। यह रंग सभी धर्मों के अहंकार को मुक्ति और त्याग का भी संदेश देता है और लोगों में एकता बनाने का भी प्रतीक माना जाता है। श्वेत रंग पवित्रता, शुद्धता, विद्या और शांति का प्रतीक है। विद्या ज्ञान का रंग सफेद है। श्वेत रंग चंद्रमा जैसे शीतलता प्रदान करता है।
खुशहाली और प्रगति का प्रतीक हरा रंग है । तिरंगे के सबसे नीचे हरा रंग विश्वास, उर्वरता , खुशहाली , समृद्धि और प्रगति का प्राकृतिक है ।हरे रंग को उत्सव के माहौल से भी जोड़ा जाता है। भारत के राष्ट्रीय ध्वज के बीचो-बीच बने अशोक चक्र का अपना एक महत्व है । यह चक्र अशोक की राजधानी के सारनाथ के शेर के स्थान पर बना हुआ है । अशोक चक्र नीले रंग का होता है ।नीला रंग आकाश , महासागर और सार्वभौमिक सत्य को दर्शाता है ।अशोक चक्र की 24 तीलियां मनुष्य के 24 गुणों को प्रदर्शित करती है । मनुष्य के लिए बनाए गए 24 धर्म मार्ग की तुलना अशोक चक्र की 24 तीलियों से की गई है। तत्पश्चात शिक्षिकाओं के निर्देशन में बच्चों द्वारा सब्जियों तथा ब्रेड से तिरंगा और लालकिला बनवाया गया। इस एक्टिविटी से बच्चो मे तिरंगे के रंगो की पहचान पक्की हुई साथ हि सलाद के प्रति रुचि भी जाग्रत होती है जो बच्चो के स्वास्थ के लिए उत्तम है। बच्चों से इस अवसर पर देश भक्ति पर आधारित कविता भी बुलवायी गई । अंत में देशभक्ति गीतों पर शिक्षिकाओं के द्वारा डांस कराया गया जिसमें बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और खूब मजे किए। विभिन्न राज्यों की वेशभूषा का शिक्षिकाओं तथा बच्चों द्वारा प्रदर्शन किया गया तथा विशेषताओं के बारे में बताया गया।
इस अवसर पर विद्यालय संचालकद्वय डॉ. लोकेश दवे एवं श्रीमती चारु दवे ने भी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करवायी। प्री प्राइमरी के कार्यक्रम का संचालन अर्चिता राठौर एवं प्रीति तिवारी ने जबकि प्राइमरी के कार्यक्रम का संचालन अश्विनी खेड़े एवं सुरभि अग्रवाल द्वारा किया गया। प्रिंसिपल डॉ रितेश लिमये सर के मार्गदर्शन मे आयोजित वरचुअल 26 जनवरी कार्यक्रम को सभी अभिभावकों द्वारा सराहा गया। सर द्वारा सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी गयी।