जिला पेशनर एसोसिएशन कार्यालय मे हुआ ध्जारोहण
देशप्रेम के सन्देष एवं कविताओं ने भरा जोश
झाबुआ । भारत की महिमा पुरातन काल से गायी जारही है । हमारे वीर महापुरूषों का बखान पूरातन काल से किया जाकर उनके आदर्शो पर हम हर बार चलने का संकल्प भी लेते हैे। गणतंत्र दिवस का इसलिये महत्व है कि हमें अपने कर्तव्यों को करने के साथ ही अधिकार मिले और हमने लोकतांत्रिक प्रणाली को अपनाया है । किन्तु आज लोकतंत्र का स्वरूप क्या हो गया है, हमने जो कल्पना की थी उसके अनुरूप नही है । आज संविधान मे वर्णित लोकतंत्र का दुरूपयोग हो रहा है । सत्ता मे आये लोग दबंगई भ्रष्टाचार में लिप्त है। देश में कई समस्यायें है जिसमें जनसंख्या की समस्या जो हमारे विकास को निगलती जारही है। हालांकी आजादी के बाद देश में जो विकास हुआ है वह नकारा नही जासकता है । विश्व मं आज भारत का नाम कुशल नेतृत्व के चलते हो रहा हैे । चीन के बाद विश्व मे दुसरा अधिक जनसंख्या वाला हमारा देश है हमारा देश सैन्य शक्ति में अग्रणी होने के बाद भी काफी पीछे है । आर्थिक दृष्टि से विश्व के 50 देशों में हम शुमार है। यह चिंता का विषय है। गांधीजी, सुभाषचन्द्र बोस, कालानी आदि के बलिदान को देख कर अटलजी ने आव्हान किया था कि आओ फिर से मिल कर दीप जलाये, भारी दोपहरी में अंधियारा मिटाये,सूरज छाया से हारा , आओ अन्तर्मन से नेह निचोडे, बुझी बाती को फिर से जलाये ’’ सामयिक लगती है। गणतत्रं दिवस पर हमे नव उर्जा नव सन्देश के साथ जुट जाना है । पेंशनरों को अपने संगठन के संविधानके अननुसार सर्व जनहिताय की भावना से सभी पेंशनरों के लिये बौद्धिक विकास के लिये काम करना होगा इसके लिये सप्ताह मे एक दिन बैठ कर विचार विमर्श कर सेवा कार्य में तप्र होना होगा। उक्त विचार मुख्य अतिथि जिला पेंशनर एसोसिएशन के वरिष्ठतम पदाधिकारी श्री अरवीन्द व्यास ने जिला पेंशनर कार्यालय में ध्वजा रोहण के बाद उपस्थित पेंशनरों को संबोधित करते हुए कहीं ।
जिला पेंशन कार्यालय में भारत माता की जय के गगनघोष के साथ ध्वजारोहण किया गया । राष्ट्रगान के बाद आयोजित कार्यक्रम में पीडी रायपुरिया,नाथुलाल पाटीदार, सुभाषचन्द्र दुबे, भेरूसिंह तरंग, भागीरथ सतोगिया,भेरूसिंह सोलंकी, मांगीलाल चोैहान ने अपने विचार एवं कविताओं,गीतों के माध्यम से गणतंत्र दिवस पर अपनी भावनायें प्रस्तुत की । इस अवसर पर जिला पेंशनर एसोसिएशन के पीडी रायपुरिया, कार्यवाहक अध्यक्ष बालमुकुंद चैहान, भागीरथ सतरोगिया, बहादूरसिंह चैहान, श्रीनाथ चैहान, राजेन्द्र सोनी, नाथुलाल पाटीदार, भेरूसिंहचैहान तरंग, भेरूसिंह सोलंकी, मांगीलाल चैहान,सुभाषचन्द्र दुबे, जनार्दग्न शुक्ला, एजनलाल भानपुरिया,पेमा सतोगिया शशि त्रिवेदी सहित बडी संख्या में पेंशनर्स गण्रातंत्र दिवस के कार्यक्रम में भागीदारी की । अंत मे आभार प्रदर्शन भेरूसिंह सोलंकी ने माना ।