धार, 5 फरवरी 2022/ जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि पिछले खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 उपार्जन में जिले द्वारा की गई कार्यवाही उत्साहवर्धक रही है, जिसके अच्छे परिणाम प्राप्त हुये हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री जी द्वारा सभी जिलों में इसका अनुसरण कर लागू करने के निर्देश दिये है। इस हेतु प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर खरीद संव्यवहार की शुद्धता की जाँच हेतु दो-दो नोडल अधिकारी तैनात किये जायेंगे। सामान्य स्थितियों में होता यह है कि खरीदी केन्द्र प्रभारी एवं विक्रेता के बीच सीधा समन्यय होने से उनके बीच लाभ साझा करने का समझौता हो जाता है। ऐसा होने पर फर्जी तौर पर व्यापक विक्रय होता है। कई बार तो बिना माल आए ही केवल पोर्टल पर खरीद दिखलाई जाती है और बाद में ऐसे फर्जी खरीद माल को खराब माल से नुकसान दिखा कर किया जाता है। इसलिए खरीदी केंद्र प्रभारी एवं विक्रेता के बीच एक थर्ड पार्टी बफर के रूप में नोडल अधिकारी रहेगा। तहसीलदार प्रतिदिन के पंजीयन का सत्यापन स्थल जांच कर करवाएंगे एवं 200 क्विंटल से अधिक के पंजीयन एवं शिकायत पंजीयन की जांच तहसीलदार स्वयं स्थल सत्यापन कर कराये । जिले की सभी मण्डियों में दो-दो सत्यापन दल संबंधित मण्डी के सचिव द्वारा कंप्यूटर सहित तैनात किया जायेगा। सत्यापन दल मण्डी में गेहूं बेचने के लिये लाने वाले प्रत्येक किसान से निम्न दस्तावेज प्राप्त करेगा। इनमें ऋण पुस्तिका या खाते की नकल की छायाप्रति, आधार कार्ड एवं समग्र आईडी की छायाप्रति, यदि शासकीय खरीद केन्द्र पर विक्रय हेतु पंजीयन कराने संबंध में दस्तावेज की छायाप्रति उक्त दस्तावेज के आधार पर प्रतिदिन मण्डी में अनाज बेचने वाले किसानों का दस्तावेज एक्सेल शीट में करेगा। इस दस्तावेज का उपयोग उपार्जन केन्द्र पर किसानों के विक्रय पात्रता दुरुपयोग रोकने के लिये किया जायेगा। खरीद केन्द्र पर किसान के आने पर सर्वप्रथम नोडल अधिकारी किसान के विक्रय पात्रता की जांच करेगा। पात्र पाये जाने पर माल के गुणवत्ता की जांच भी करेगा। योग्य पाये जाने पर विहित प्रारूप में एक विक्रय प्राधिकार जारी करेगा। विक्रय प्राधिकार खरीदी केन्द्र प्रभारी सुरक्षित रखेगा। पोर्टल पर कोई भी पृविष्टि विक्रय प्राधिकार के बिना नहीं करेगा । नोडल अधिकारी यह भी सुनिश्चित करेगा कि प्रतिदिन होने वाले तौल का तौल पर्ची किसान को उसी दिन दे दिया गया।