झाबुआ । भारत रत्न, स्वर कोकिला, पदमभूषण तथा विश्वभर में अपने सूरीले गीतों से भारत का सम्मान बढाने वाली सिने जगत की पाश्र्व गायिका लाम मंगेशकरजी के 92 साल की आयु में ब्रिजकेंडी हास्पीटल में बीमारी से लडते हुए निधन होने पर जिला पेंशनर्स एसोसिएशन द्वारा श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए इसे एक युग का अंत निरूपित किया है । जिला पेंशनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रतनसिंह राठौर ने लताजी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सदी की महान गायिका, भारत रत्न से सम्मानित, स्वर साम्राज्ञी, स्वर कोकीला, भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व में अपनी आवाज का जादू बिखेरने वाली, अपनी सरगम से सम्मोहित करने वाली महान गायिका लता मंगेशकर जिन्होंने संगीत को ही अपनी साधना मानकर विश्व पटल पर भारत का नाम गौरवान्वित किया ऐसी बहुमुंखी प्रतिभा की धनी लताजी के महाप्रयाण से हम सभी को स्तब्धित करते हुए अनंत यात्रा की ओर प्रस्थान कर वीणावादिनी माँ सरस्वती के चरणों में पुनः विलीन हो गई। ऐसी महान विभूति को सादर नमन करते हुए हृदय से श्रद्धांजलि अर्पित करते है । अरविन्द व्यास ने उन्हे हमारे ही अंचल इन्दौर की बेटी बताते हुए कहा कि वे स्वयं संगीत की विश्वविद्यालय थी । उनका अनुरण करके एवं उनके गानों को गाकर देश में कइ्र संगीत प्रतिभाओं ने अपना स्थान बनाया है। 92 वर्ष की आयु में भी वे सरस्वती माता की साधक रही हे। उनके जाने से एक युग का अंत हो गया है। पुरानी एवं नई पीढी दोनों में उनके गाये गीतों को सुना जाता है एवं सुनाया जाता है। ऐसे हुतात्मा की कमी देश में कभी पूरी नही हो सकती है। परमात्मा उन्हे श्रीचरणो में स्थान देवें । श्री रायपुरिया एवं भेरूसिंह चैहान ने गीत के माध्यम लता मंगेशकर को श्रद्धाजंलि अर्पित की । स्वर साम्राज्ञी लताजी को जिला पेंशनर्स एसोसिएषन के राजेन्द्रसोनी, बालमुकुन्द चैहान, जनार्दन शुक्ला,भगीरथ सातोगिया, आंदीलाल भानपुरिया, श्रीनाथ चैहान, सुभाष दुबे, पीडी रायपुरिया, भेरूसिंह चैहान, जयेन्द्र बैरागी, एजाज धारवी, गोविन्दराम वर्मा, शशित्रिवेदी, ने भी स्मरण कर उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की ।