झाबुआ । श्री सत्यसाई सेवा समिति झाबुआ द्वारा भारत रत्न पाश्र्व गायिका लता मंगेशकर के महाप्रयाण पर सोमवार को प्रातः श्रद्धाजंलि का कार्यक्रम आयोजित किया । लता जी की आत्मीय शांति के लिये सिद्धेश्वर कालोनी स्थित सत्यधाम पर समिति के सदस्यों द्वारा लक्ष्यार्चना का आयोजन करके भगवान श्री सत्यसाई बाबा से प्रार्थना की गई कि परमात्मा उन्हे अपने श्रीचरणों में स्थान देवें । करीब एक घंटे तक चले इस कार्यक्रम में गेहूं के दानों से मंत्रोच्चार करके लताजी की आत्मीय शांति के लिये समिति के सदस्यों ने प्रार्थना की । इस अवसर पर श्री सत्यसाई सेवा समिति के सौभाग्यसिंह चैहान ने कहा कि वे स्वयं ही मां सरस्वतीजी की वरद पुत्री थी । उनके कंठ मे साक्षात सरस्वती बिराजित थी । उन्होने सिने संगीत में पाश्वगायिका के रूप में 6 दशक तक सेवायें दी वे अविस्मरणीय एवं ऐतिहासिक है। लताजी स्वयं भगवान श्री सत्यसाई बाबा में श्रद्धा रखती थी तथा कई बार वे प्रशान्ति निलियम में जाकर बाबा के आशीर्वाद भी प्राप्त कर चुकी है। वे भक्ति संगीत मे माहीर थी तथा उनके भजन कंठ से नही दिल से निकलते थे । समिति कन्वीनर कमलेश सोनी ने कहा कि उनके गाए गीत भारत के सारतत्व और सुंदरता को प्रदर्शित करते हैं तथा पीढ़ियों ने इन्हें अपने अंतर्मन की अभिव्यक्ति के रूप में पाया है। भारत रत्न लता जी की उपलब्धियां अतुलनीय हैं। लता जी एक विलक्षण व्यक्तित्व थीं और उनके जैसे कलाकार सदियों में एक बार ही जन्म लेते हैं। उन्होंने कहा कि महान गायिका के निधन से एक खालीपन पैदा हो गया है, जिसे भरा नहीं जा सकता। लता जी के निधन से आज भारत ने अपना वह स्वर खो दिया है जिसने हर अवसर पर राष्ट्र की भावना एवं आध्यात्म को शक्ति प्रदान की । लताजी के अवसान से एक युग का अन्त हो गया है। भारत रत्न लता मंगेशकरजी की आत्मीय शांति के लिये श्री सत्यसाई सेवा समिति द्वारा गोपाल कालोनी स्थित वनवासी कल्याण आश्रम में बच्चों के लिये नारायण सेवा का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर समिति के कन्वीनर कमलेश सोनी, सौभाग्यसिंह चैहान, राजेन्द्रकुमार सोनी, नगीनलाल पंवार, विनोद यावले, हिमांशु पंवार, श्रीमतीकृष्णा चैहान, शिवकुमारी सोनी,आज्ञा छाबडा, महिला कन्वीनर ज्योति सोनी,ललीता सोनी, सहित बडी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित थे ।