सेंट्रल कोतवाली इंदौर के थाना प्रभारी द्वारा FIR काटने में की गई लेटलतीफी पुलिस अधीक्षक से चर्चा के बाद थाना प्रभारी द्वारा की गई FIR
इंदौर – कालीदेवी से इंदौर खरीदी करने गए व्यापारी और उनके पुत्र का कार में रखा बेग चोर द्वारा शातिर तरीके से कार में से किया चोरी और हो गए रफूचक्कर, जब तक व्यापारी और उनका पुत्र कुछ समझ पाता उसके पहले चोर नौ दो ग्यारह हो गए |
3 दिसंबर सोमवार को कालीदेवी निवासी व्यापारी कमल गादिया और उनके पुत्र सुप्रीत गादिया मारुति कार जिसका नंबर MP 45 C 1345 कालीदेवी से इंदौर बिल्डिंग मैटेरियल सामग्री की खरीदी हेतु गए | कार को गुजराती कॉलेज के सामने पार्क की | सियागंज से खरीदी करने के बाद शाम को करीब 7:45 बजे कमल गादिया और उनका लड़का सुप्रीत गादिया खरीदी कर लौट रहे थे और कार जैसे ही महारानी रोड से शास्त्री मार्केट की ओर आगे बढ़ी ,तभी एक अज्ञात व्यक्ति आया और बोला की गाड़ी से आयल टपक रहा है तो व्यापारी और उसके लड़के ने गाड़ी से उतर कर गाड़ी का बोनट खोल कर देखने लगे इतने में कार के पीछे की सीट पर रखा काले रंग का बैग कोई अज्ञात व्यक्ति कार से निकाल कर ले गया | उस बैग में ₹80000 नगदी और जरूरी कागजात थे व्यापारी और उसके लड़के ने आसपास ढूंढने का काफी प्रयास किया किंतु बैग का पता नहीं चला| इसके बाद दोनों सेंट्रल कोतवाली थाने पर रिपोर्ट कराने हेतु पहुंचे | थाना प्रभारी का गैर जिम्मेदाराना रवैया
व्यापारी कमल गादिया ने बताया कि इस बैग चोरी की रिपोर्ट हेतु में सेंट्रल कोतवाली इंदौर थाने पर रिपोर्ट कराने हेतु पहुंचा तो उपस्थित थाना प्रभारी द्वारा सर्वप्रथम मुझे आवेदन देने को कहा और मैंने आवेदन थाने पर दिया और जांच का कह कर इतिश्री की गई | जब मैं पुऩःदूसरे दिन 4 दिसंबर मंगलवार को सेंट्रल कोतवाली थाने पर पहुंचा और बैग नही मिलने पर मेने FIR काटने हेतु निवेदन किया तो थाना प्रभारी द्वारा आनाकानी की गई और FIR नहीं काटी गई | तब मैंने पुलिस अधीक्षक श्री गोस्वामी जी से फोन पर चर्चा की और घटना बताई, तब उन्होंने थाना प्रभारी को निर्देश दिए | तब कहीं जाकर FIR की गई |इस तरह करीब आवेदन के 20 घंटे बाद थाना प्रभारी द्वारा FIR की गई |थाना प्रभारी की इस कार्यप्रणाली से व्यापारी और उसका पुत्र परेशान होते रहे |