झाबुआ

आओ पता लगाएं :-वे कौन गुजरात के फर्जी पत्रकार है जो पिटोल बैरियर पर वाहनों को फर्जी तरीके से छोड़ने की बात कह रहे थे…..?

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झाबुआ – प्रदेश में और जिले में लगातार फर्जी पत्रकारों की बाढ़ सी देखने को मिल रही है आए दिन फर्जी पत्रकारो दारा शासकीय कार्यालयों मे ,पुलिस थानों पर और अन्य स्थानों पर प्रेस की बात होने का कहकर लगातार दबाव बनाने का प्रयास भी कर रहे हैं विगत दिनों जिले के पेटलावद में फर्जी पत्रकार को लेकर पुलिस द्वारा कार्रवाई भी की गई थी वही जिले के पिटोल बेरियर पर भी गुजरात के फर्जी पत्रकारों द्वारा बैरियर पर कार्यरत कर्मचारियों पर दबाव बनाने का प्रयास किया गया ।

मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के और (गुजरात) दाहोद से सटे पिटोल अंतर राज्यीय बेरीयर चेक पोस्ट पर वाहनों की चेकिंग, सामग्री के बिल और टैक्स को लेकर होती है । पदस्थ स्टाफ द्वारा नियमानुसार वाहनों की चेकिंग की जाती है । मध्यप्रदेश में फर्जी पत्रकारों के किस्से दिन आए दिन सुनने को मिल रहे हैं इसी कड़ी में भी 16 फरवरी को पिटोल बैरियर पर दाहोद (गुजरात) के 6 से 7 फर्जी पत्रकारो ने शाम के समय आए । उन्होंने बैरियर के फोटो और वीडियो बनाना शुरू किए । वहां उपस्थित ट्रक चालकों से जानकारी लेने लगे और टैक्स आदि भरने को लेकर भी व कार्यप्रणाली के बारे में ट्रक चालको से पूछताछ करने लगे । ऐसा लगने लगा मानो कोई शासकीय टीम इन वाहन चालकों से पिटोल बैरियर की कार्यप्रणाली को लेकर पूछताछ कर रही है.। जब बैरियर पर पदस्थ कर्मचारियों ने देखा कि कुछ लोग इस तरह से पूछताछ कर रहे हैं और वीडियो और फोटो खींच रहे हैं तब उपस्थित कर्मचारियों ने बड़ी विनम्रता से सभी आमजनों से उनके बारे में जानकारी ली । तब उम्र 6 -7 व्यक्तियों ने अपने आप को गुजरात में पत्रकारिता को लेकर जानकारी दी। उसके बाद उन्होंने उपस्थित संबंधित स्टाफ से वाहनों के बारे में पूछताछ की और कार्यप्रणाली को लेकर जानकारी मांगी । उन पत्रकारों ने उपस्थित स्टाफ को कहा कि हम दाहोद (गुजरात) में पत्रकारिता करते हैं तथा विभिन्न पत्रकार एजेंसी के नाम बताएं । उन्होंने स्टाफ से कहा कि हमारी भी 100 से 150 गाडियां , अब इस बैरियर से गुजरेगी, जिसकी लिस्ट आपको दे दी जाएगी । और आपको किसी भी तरह से उन वाहनों के न तो चालन काटना.हैं और न हीं गाड़ियों की चेकिंग करना है और ना ही किसी भी तरह की टैक्स भरने को लेकर कहना है। साथ ही साथ वाहन में ओवरलोडिंग होने पर भी उसे तोल कांटे पर नहीं ले जाने की बात भी कही । उन्होंने उपस्थित स्टाफ को कहा यदि आप हमारी बात नहीं मानोगे, तो लगातार आपके विरूध खबरों का प्रकाशन किया जाएगा । इस प्रकार इन सब फर्जी पत्रकारों द्वारा पिटोल बैरियर पर उपस्थित स्टाफ को धमकाने का प्रयास किया । और यह भी कहा यदि उनकी गाड़ियों पर कार्रवाई की तो खबरों को लेकर प्रकाशन की बात भी कही । जब उपस्थिति स्टाफ ने इस तरह की कार्यप्रणाली को लेकर मना किया , तो उन सभी फर्जी पत्रकारो ने उपस्थित स्टाफ को आर्थिक लालच देकर वाहनों को छोड़ने की बात भी कही । लेकिन स्टाफ ने इस बात से भी इंकार कर दिया और नियम अनुसार कारवाई की बात कही । फिर उपस्थित स्टाफ ने उन सभी पत्रकारों से चैनल या समाचार पत्र को लेकर आईडी या पहचान पत्र बताने की बात कही , तो सभी फर्जी पत्रकार आनाकानी करने लगे और बाद में आकर आईडी या पहचान पत्र बताने की बात कही । आओ पता लगाएं वे कौन दाहोद के फर्जी पत्रकार हैं जिन्होंने पिटोल बेरियर पर पत्रकारिता की आड़ लेकर,अवैध वाहनों को बिना कार्रवाई के छोड़ने के लिए उपस्थित स्टाफ को धमकाने का प्रयास कर रहे है । कया शासन प्रशासन इस और ध्यान देकर कोई कार्रवाई करेगा या फिर यह फर्जी पत्रकार यूं ही जिले में अवैध रूप से उगाही करते रहेंगे….?

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