झाबुआ

जीव की सेवा करना ही परमात्मा की सच्ची सेवा है- सौभाग्यसिंह चैहानदीन दुखियों की सेवा से परमात्मा का आशीर्वाद निश्चित तौर पर मिलता है’-मनोज अरोडाश्री सत्यसाई सेवा समिति ने बनवासी आश्रम में की नारायण सेवा

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झाबुआ से नयन टवली की खबर ✍️

झाबुआ । नर सेवा ही नारायण सेवा है। जीव की सेवा करना ही परमात्मा की सच्ची सेवा है। यह  विचार श्री सत्यसाई सेवा समिति के  सौभाग्यसिंह चैहान ने शनिवार को शिवरात्रोत्सव की कडी में समिति द्वारा स्थानीय बनवासी कल्याण आश्रम में नारायण सेवा कार्यक्रम के तहत  भोजन सामग्री एवं बर्तनों के प्रदाय के समय  संबोधित करते हुए व्यक्त किये । श्री चैहान ने कहा कि  श्री सत्यसाई बाबा ने गरीबों असहायों को भोजन के साथ ही वस्त्र एवं उनकी सतत सेवा करने को भगवान की सेवा के समतुल्य बताते हुए विश्व भर की हजारों सत्यसाई सेवा समितियों में अन्य आध्यात्मिक कार्यो के साथ ही नारायण सेवा  के कार्य को बिना किसी स्वार्थ के तथा परोपकार की भावना से किया जाता है। उन्होने कहा कि सत्यसाई सेवा समिति पिछले 20 बरसों से समय समय पर वनवासी कल्याण आश्रम में आकर बच्चों के बीच नारायण सेवा का आयोजन कर रही है।
श्री सत्यसाई सेवा समिति की ओर से शनिवार को बनवासी कल्याण परिषद द्वारा संचालित आश्रम  के अध्ययनरत बच्चों के लिये भोजन सामग्री एवं डेढ दर्जन स्टील के गिलास एवं स्टील लोटा आश्रम के अध्यक्ष मनोज अरोडा की उपस्थिति में आश्रम अधीक्षक महेश मुजाल्दे को प्रदान किया गया ।
इस  अवसर पर बनवासी कल्याण परिषद के अध्यक्ष मनोज अरोडा ने अपने सरगर्भित उदबोधन में कहा कि भगवान को पाने के लिये मंदिर जाने या घंटो पूजा पाठ करने की आवश्यकता नही है। भगवान स्वयं  गरीबों के हृदय में बिराजित रहते है। गरीब दीन,दुखियों की सेवा करेगें तो भगवान का आशीर्वाद निश्चित ही मिलता है । क्योकि मानव सेवा ही माधव सेवा मानी गई है । श्री अरोडा ने कहा कि श्री सत्यसाई सेवा समिति में चाहे सदस्यों की संख्या कम हो गई हो, किन्तु वे लम्बे अरसे से वनवासी गरीब बच्चों के बीच आकर नियमित रूप  से सेवा कार्य करते रहते है। उन्होने नगर की ऐसी स्वयं सेवी संस्थाओं, धार्मिक संस्थाओं से भी ऐसे अनुकरणीय कार्यो में सहभागी होने की अपील करते हुए कहा कि इस आश्रम में गरीब बनवासी बच्चों को आवासीय सुविधा के साथ ही उनकी शिक्षा दीक्षा के साथ ही नैतिक संस्कार पैदा करने का कार्य सतत चल रहा है। और ऐसे बच्चों को यदि संबल मिल जाये तो निश्चित ही वे भी समाज की मुख्यधारा में अग्रसर होकर जीवन पथ को ज्वाज्वल्य मान बना सकते है।
आश्रम अधीक्षक महेश मुजाल्दे ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए श्री सत्यसाई सेवा समिति के सेवा प्रकल्पों की प्रसंशा की । इस अवसर पर समिति की ओर से राजेन्द्रकुमार सोनी, नगीन पंवार, समिति संयोजक कमलेश सोनी, उपस्थित रहें ।
सलग्न- फोटो
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