झाबुआ

झाबुआ नंदन परम पूज्य मुनि श्री विधानविजय जी म.सा. का 20 वा जन्मदिन जप, तप एवं सामूहिक सामायिक के साथ मनाया गया

Published

on


सकल जैन श्री संघ की ओर से गुणानुवाद सभा का किया गया आयोजन

झाबुआ- वर्तमान गच्छाधिपति शुद्ध क्रियापालक आचार्य भगवंत परम पूज्य श्री मद्विजय जयानंदसुरीश्वर जी म.सा के सुशिष्य एवमं झाबुआ के नंदन रत्न मुनिराज श्री विधानविजय जी म.सा के 20 वे जन्मदिन के उपलक्ष्य मैं श्री ऋषभदेव बावन जिनालय तीर्थ पर सोमवार को सकल जैन श्री संघ द्वारा प्रातः 9 बजे सामूहिक सामयिक का आयोजन हुआ जिसमें 150 से अधिक श्रावक एवमं श्राविकाओं ने सामयिक कर आराधना की । श्री संघ के रिंकू रुनवाल ने बताया कि कार्यक्रम के अंतर्गत सर्वप्रथम सुश्रावक श्री धर्मचंद जी मेहता ने गुरु वंदन कर सामायिक की विधि करवायी , उसके पश्चात श्री भक्तांमर स्त्रोत, गुरु गुण इक्कीसा पाठ के साथ ही नमस्कार महामन्त्र के जाप किये गए ।
गुणानुवाद सभा का हुआ आयोजन
सकल जैन श्रीसंघ द्वारा प्रातः 10 बजे गुणानुवाद सभा प्रारंभ हुई जिसमें मूर्तिपूजक श्री संघ अध्यक्ष मनोहरलाल भंडारी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कँहा की मुनि श्री विधानविजय जी म.सा अब झाबुआ नगर तक ही सीमित नही है वह पूरे त्रिस्तुतिक जैन श्री संघ के दैदीप्यमान सितारे है एवमं पूज्य आचार्य भगवंत ने दीक्षा प्रदान कर झाबुआ श्री संघ पर असीम उपकार किया है ,समाजसेवी यशवंत भंडारी ने कँहा की झाबुआ नगर के मूर्तिपूजक श्री संघ मैं सर्वप्रथम दीक्षा अंगीकार कर जिनशासन मैं झाबुआ का नाम गौरांवित किया है साथ ही उत्कृष्ट शुद्ध क्रियापालक आचार्य भगवंत की निश्रा मैं रहकर ज्ञान , दर्शन , चारित्र की उत्कृष्ट आराधना कर रहे है , श्री वर्धमान स्थानक श्री संघ के प्रवीण रुनवाल ने कँहा की छोटी सी उम्र मैं दीक्षा अंगीकार की है हम श्री संघ की ओर से नमन, वंदन करते हुए उनके उत्कृष्ट मंगलमय संयम साधना की कामना करते है, अणु नवयुवक मंडल के सचिव पूर्वेश कटारिया ने कँहा की सर्वप्रथम अनुमोदना ऐसे बिरले आत्मा को जन्म देने वाले वीर माता पिता श्री संजय जी मेहता – रत्न कुक्षी माता श्री मति कविता मेहता की करते है जिन्होंने दीक्षा की स्वीकृति प्रदान कर जिनशासन को रत्न समर्पित किया पूज्य श्री जिनशासन के शिखर तक पहुँचे ऐसी मंगलकामना, श्री तेरापंथ सभा के अध्यक्ष पंकज कोठारी एवं निखिल भंडारी ने वंदन करते हुए शुभकामनाएं प्रेषित की इस अवसर पर सुश्राविका श्री मति प्रेरणा मेहता एवमं हँसा कोठारी ने भी अपने भाव व्यक्त किये, कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ प्रदीप संघवी ने किया। श्री संघ सचिव श्री अनिल रुनवाल ने सभी की अनुमोदना कर आभार व्यक्त किया । ज्ञातव्य है की शुद्ध क्रियापालक परम पूज्य आचार्य भगवंत श्रीमद्विजय जयानंदसुरीश्वर जी पावनकारी निश्रा मैं झाबुआ नंदन परम पूज्य मुनि श्री विधानविजय जी म.सा की दीक्षा 1 वर्ष पूर्व ( 24 फरवरी 2021 ) को राजस्थान के आहोर नगर मैं सम्पन्न हुई थी एवमं अभी वर्तमान मे श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ तीर्थ पर आचार्य श्री के साथ विराजित है

Trending