झाबुआ

मंदिर के बाद अब यातायात पार्क पर भी लगा ताला…

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झाबुआ – झाबुआ पुलिस की कार्यप्रणाली को देखकर ऐसा लगता है कि मानो यह आम जनता के रोजमर्रा जिंदगी से जुड़ी व्यवस्थाओं पर पुलिस का ध्यान है ही नहीं या फिर यह कहे कि पुलिस जान कर भी अंजान बन रही है । झाबुआ पुलिस द्वारा मंदिर पर ताला लगाने के बाद जो कि अब खुल चुका है अबकी बार पुलिस विभाग द्वारा यातायात पार्क पर ताला लगाया गया हैं .क्यों… कारण है…..?

जानकारी अनुसार विगत माह में ही पुलिस विभाग द्वारा पुलिस लाइन स्थित गोपेश्वर महादेव मंदिर पर शाम को 7:00 बजे से ही ताला लगाया गए थे पुलिस द्वारा यह तर्क दिया गया था यहां पर असामाजिक तत्वों द्वारा अपना डेरा डाला जाता है और आमजन को परेशान किया जाता है । लेकिन कुछ विरोधाभास के बाद पुलिस को यह ताला खोलना पड़ा था । विगत कई दिनो से देखने मे आया हैं कि अब पुलिस विभाग द्वारा पुलिस लाईन के पास यातायात उद्यान पर ताला लगा दिए गयि हैं जो न दिन को खुलता हैं और नहीं शाम के समय पर । पूर्व में इस गार्डन पर सुबह के समय महिलाओं द्वारा योगा भी किया जाता था और शाम के समय महिला और बच्चे यहां पार्क पर अपना समय व्यतीत करते थे । तत्कालीन पुलिस अधीक्षक महेशचंद जैन के समय पर यह पार्क रात के 11:00 बजे तक भी आमजन के लिए कई बार खुला रहता था । यह जरूर है कि कोरोना काल में उद्यान पर ताला लगाना काफी हद तक सही था लेकिन अब स्थितियां बदल चुकी है और गर्मी के समय में जहां लोग शाम को घूमने निकलते हैं और बच्चे भी दिन की स्कूल के बाद शाम को पार्क पर खेलने के लिए आते हैं । लेकिन पुलिस विभाग के अंतर्गत यह यातायात उद्यान आजकल आमजनों के लिए बंद कर दिया गया है और विभाग द्वारा पार्क पर ताला लगा दिए गया हैं । कई बच्चे तो गेट खुदकर इस गार्डन में जा रहे हैं और झूले चकरी का आनंद ले रहे हैं लेकिन महिलाए गेट पर ताला लगा हुआ देखकर पुनः लौट रही है चर्चो चौराहा पर चल पड़ी हैं कि आखिर क्यों पुलिस जनता से जुड़ी.हुई व्यवस्थाओं पर विभाग द्वारा ताले लगाये जा रहा है । आखिर इस तरह के उद्यान पर ताले लगाना कहां तक उचित है । आखिर जनता से जुड़ी व्यवस्थाओं पर ताले लगते रहे तो क्या हर बार आमजन को आवेदनों और ज्ञापनो का सहारा लेना पड़ेगा… यह विचारनीय हैं ।

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