झाबुआ । मथुरा-वृंदावन की तर्ज पर झाबुआ के श्री गोवर्धननाथजी की हवेली में वसंत पंचमी से होलिका दहन तक फाग उत्सव मनाया जाता है। इस दौरान मंदिर में प्रतिदिन विशेष मनोरथ हो रहे हैं। पुष्टिमार्गीय परम्परानुसार सूखे रंग-गुलाल उडाया जारहा है, वहीं फूल-फाग मनोरथ भी शनिवार को इस मंदिर में ं राजभोग, संध्या व शयन दर्शन तीनों में ही फाग उत्सव के दर्शन के साथ ही वसंत और फागुन के कीर्तन गाए जारहे है । 41 दिवसीय फाग उत्सव के तहत बड़े मनोरथ प्रतिदिन हो रहे है। होली का डांडा रोपने के बाद झाबुआ के हृदयस्थल स्थित श्री गोवर्धननाथ जी के मंदिर में फाग के गीत और ढपली की थाप सुनाई देने लगी है। ठाकुर जी को भजन सुनाए जा रहे हैं तो वहीं गुलाल भी अर्पित किया जा रहा है। शनिवार को श्री गोवर्धननाथजी के राजभोग दर्शन के साथ ही यहां उल्लासपूर्वक फुल फाग का मनोरथ आयोजित हुआ । बडी संख्या में जमुना मंडल की महिलाओं ने भजन कीर्तन किये । भगवान के पट खुलने के साथ ही मंदिर के पुजारी दिलीप आचार्य द्वारा बांस की बनी टोरियों में पांच प्रकार के फुलों से श्रद्धाके साथ भगवान के श्रीविग्रह के साथ फुल से होली खेलने के साथ ही उपस्थित श्रद्धालुओं से खचाखच भरे मंदिर में सभी के साथ पुष्प की वर्षा करके पुष्प फाग की होली खेली गई । पण्डित रमेशचन्द्र त्रिवेदी ने संगीत के साथ ’’श्रीगोवर्धन राय लाला…’’कीर्तन के साथ ’’होली रे होली रे होली रंग रसीयाण्ण्ण् गान के माध्यम से भक्तिमय माहौल को निर्मित कर दिया । संगीत की स्वर लहरियों के साथ भगवान के नामस्मरण कीर्तन में रमेश त्रिवेदी के अलावा, कान्हा अरोडा, रूद्रांश राजपुरोहित, प्रतिक पालीवाल ने भी सराहनीय सहयोग देकर माहौलको भक्तिमय कर दिया । फुल फाग के मनोरथ की लाभार्थी श्रीमती किरण मनोहरलाल नीमा रही । ज्ञातव्य है कि पुष्टिमार्गीय परंपरानुसार बसंत पंचमी से होली के दुसरे दिन तक 41 दिनों का फागोत्सव श्री गोवर्धननाथजी की हवेली में आयोहिजत होता है । प्रतिदिन सभी दर्शनों में बडी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित रहते है । पण्डित दिलीप आचार्य के अनुसार आगामी 18 मार्च तक मंदिर में होली फागोत्सव मनोरथ का आयोजन होगा ।